जगदलपुर : इन्द्रावती टाइगर रिजर्व में एक नये बाघ के देखने की पुष्टि की गई हैं. इन्द्रावती टाइगर रिजर्व के उप निदेशक गणवीर धम्मशील ने बताया कि इन्द्रावती टाइगर रिजर्व में नये बाघ देखने को मिला है. जिसकी पुष्टि डब्ल्यू आई आई टाइगर सेल देहरादून ने की है.1981 में इंद्रावती ने राष्ट्रीय उद्यान (Indravati National Park ) की स्थिति और 1983 में भारत के प्रसिद्ध प्रोजेक्ट टाइगर के तहत बाघ रिजर्व को भारत के सबसे प्रसिद्ध बाघ भंडार में से एक बनने के लिए प्राप्त किया. (Indravati Tiger Reserve)
टाइगर के लिए अनुकूल है इंद्रावती : इन्द्रावती टाइगर रिजर्व बाघों के रहवास के लिए उपयुक्त स्थल है. जहां बाघ के अलावा अन्य वन्यजीव भी निवास करते हैं. जिसमें मुख्य रूप से वन भैंसा जो छत्तीसगढ़ राज्य का राजकीय पशु यहां पाया जाता है. साथ ही गौर, तेन्दुआ, भालू, नीलगाय, हिरण, सांभर, जंगली सुअर जैसे वन्यप्राणियों का भी यह रहवास स्थल है. छत्तीसगढ़ के इन्द्रावती टाइगर रिजर्व 2799.086 वर्ग कि.मी. के भौगोलिक क्षेत्र में फैला हुआ है. जो महाराष्ट्र और तेलंगाना के वनक्षेत्र से लगा हुआ है. जो बाघों के विचरण के लिए उपयुक्त कॉरिडोर का काम करता है.
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मैदानी इलाकों में टीम सक्रिय : इन्द्रावती टाइगर रिजर्व प्रबंधन वन्यजीवों की मॉनिटरिंग एवं सुरक्षा का कार्य लगातार कर रहा है. मैदानी अमलों द्वारा फुट पेट्रोलिंग के माध्यम से लगातार वन्यजीवों की सुरक्षा एवं निगरानी की जा रही है. इन्द्रावती टाइगर रिजर्व के उप निदेशक ने बताया कि ''वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के लिए ग्रामीणों के साथ मिलकर वन्यजीव संरक्षण का कार्य लगातार किया जा रहा है. जिससे वन्यजीव संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय ग्रामीण एवं युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके.''