जगदलपुर: बस्तर में नक्सली 5 जून से 16वां जनपितूरी सप्ताह (jan pituri week) मना रहे हैं. जिसके तहत नक्सलियों ने बस्तर में 5 जून से 11 जून तक बंद का आह्वान किया है. इससे ट्रेनों के परिवहन के साथ ही अंदरूनी इलाकों में बसों के पहिये भी थम गए हैं. नक्सली साल 2006 से हर साल सरकार के खिलाफ चलने वाले अपने संघर्ष के प्रतीक स्वरूप जनपितूरी सप्ताह मनाते हैं. इस साल भी नक्सलियों ने बस्तर में सिलगेर में पुलिस कैंप (Police Camp in Silger) खोले जाने और नक्सल ऑपरेशन (naxal operation in bastar) के विरोध में जनपिूरी सप्ताह मनाने का एलान किया है. इसे देखते हुए बस्तर पुलिस ने सुरक्षा के सारे इंतजाम कर लिए हैं.
नक्सलियों ने पर्चे फेंककर अंदरूनी इलाकों में मार्ग बाधित कर 5 जून से 11 जून तक बस्तर बंद का आह्वान (call for bastar band) किया है. नक्सली समय-समय पर रेल्वे ट्रेक को अपना निशाना बनाते रहे हैं. यही वजह है कि कोरोना के बाद चालू की गई पैसेंजर ट्रेन को भी फिर से बंद कर दिया गया है. वहीं अंदरूनी क्षेत्रो में चलने वाली यात्री बसों के संचालन पर भी रोक लगा दी गई है.
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सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
इधर नक्सलियों के इस बंद के आह्वान के बाद बस्तर पुलिस (Bastar Police) ने भी किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं. बस्तर आईजी सुंदरराज पी. (Bastar IG Sundarraj P) का कहना है कि नक्सलियों के इस आह्वान को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. साथ ही संभाग के सभी थाने और पुलिस कैंप में अलर्ट जारी करने के साथ अंदरुनी इलाकों में गश्त और संर्चिग भी तेज कर दिया गया है.
बौखलाए हुए हैं नक्सली: आईजी
आईजी ने बताया कि बस्तर के अंदरूनी इलाकों में लगातार खोले जा रहे नए पुलिस कैंप (Police Camp) और गांव में हो रहे विकासकार्यों से नक्सली पूरी तरह से बौखलाए हुए हैं. ऐसे में नक्सली अपने बंद के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकते हैं. इसे ध्यान में रखते हुए बस्तर संभाग (Bastar Division) के साथ-साथ पड़ोसी राज्य ओडिशा, तेलंगाना और महाराष्ट्र के सीमावर्ती इलाकों में भी अलर्ट जारी किया गया है.