जगदलपुर: बस्तर में लगातार कमजोर पड़ रहे नक्सली अपने संगठन को मजबूत करने नए लड़ाकूओं को अत्याधुनिक हथियार स्नाइपर की ट्रेनिंग दे रहे हैं. हाल ही में पुलिस के हाथ नक्सलियों का 40 पन्नों का दस्तावेज हाथ लगा है, जिससे नक्सली संगठन में जुड़ने वाले नए लड़ाकूओं को स्नाइपर की ट्रेनिंग देने की बात का खुलासा हुआ है. इस दस्तावेज के जरिए जानकारी मिलने के बाद बस्तर पुलिस भी अलर्ट हो गई है. इसके साथ ही नक्सल ऑपरेशन में जाने वाले जवानों को सचेत रहने को कहा गया है.
चौकन्ना हुई पुलिस
दरअसल नक्सली अपने संगठन को मजबूत करने के लिए नए-नए पैंतरे अपनाते रहते हैं. जिसमें गोरिल्ला वार और नए हथियारों की ट्रेनिंग देना शामिल होता है, लेकिन हाल ही में स्नाइपर की ट्रेनिंग देने की बात पता चलने के बाद पुलिस के कान खड़े हो गए हैं.
पुलिस के हाथ लगा 40 पन्नों का दस्तावेज
बस्तर के प्रभारी आईजी सुंदरराज पी ने जानकारी देते हुए बताया कि, 'नक्सलियों के कैंप में छापेमारी के दौरान पुलिस को नक्सलियों की 40 पन्नों का एक दस्तावेज हाथ लगा है. जिसमें इस बात का जिक्र है कि नक्सली संगठन में शामिल होने वाले नए लड़ाकू को अब स्नाइपर से ट्रेनिंग दी जाएगी.'
आईजी ने कहा कि 'हालांकि नक्सलियों के पास स्नाइपर कहां से आई इसकी तफ्तीश की जा रही है'. उन्होंने कहा कि 'नक्सलियों के पास पुलिस से लूटी गई एक भी स्नाइपर नहीं है'.
नक्सलियों से बरामद हो चुके हैं अत्याधुनिक हथियार
आईजी ने कहा कि, बाहरी देशों से बस्तर के नक्सलियों को इस अत्याधुनिक हथियार की सप्लाई करने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता. क्योंकि इससे पहले भी मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों के पास से अत्याधुनिक हथियार बरामद हो चुके हैं. हालांकि पुलिस इस दस्तावेज के हाथ लगने के बाद इस जांच में जुटी है कि नक्सलियों के पास स्नाइपर आखिर आई कहां से ?'
आईजी ने बताया कि 'स्नाइपर काफी अत्याधुनिक हथियार है. इस गन से कैंप के बाहर मोर्चा संभालने वाले जवानों और ऑपरेशन के दौरान सर्चिंग में निकलने वाले जवानों को निशाना बनाने के उद्देश्य से नक्सली इसकी ट्रेनिंग दे रहे हैं'.
जवानों को दी जाएगी स्नाइपर से निपटने की ट्रेनिंग
हालांकि आईजी ने दावा किया है कि इस बात का खुलासा होने के बाद से अब पुलिस कैंपों से लेकर ऑपरेशन में जाने वाले जवानों को स्नाइपर से निपटने के लिए नई तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी और सतर्कता बरतने सख्त आदेश दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि 'किसी भी कीमत पर नक्सलियों को उनके नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा'.
गौरतलब है कि नक्सली नए लड़ाकुओं को अपने दल में शामिल करने के बाद उन्हें गोरिल्ला वार, नाट्य मंडली और हथियारों की ट्रेनिंग के दौरान 12 बोर की बंदूक, राइफल से ट्रेनिंग दिया करते हैं.