जगदलपुर: बस्तर जिले के नगरनार में निर्माणाधीन एनएमडीसी स्टील प्लांट के निजीकरण को लेकर यूनियन के पदाधिकारियों ने बाइक रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया. जगदलपुर, दंतेवाड़ा, बचेली और नगरनार से पहुंचे सैकड़ों कर्मचारियों और प्रभावितों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाला.
यूनियन के पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नगरनार के 10 प्रभावित गांव के किसानों ने अपनी जमीन प्लांट के लिये दी थी और उम्मीद जगी थी. जब भी प्लांट तैयार होगा तो स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा. लेकिन प्लांट शुरू नहीं हुआ और उससे पहले ही केंद्र सरकार ने प्लांट का निजीकरण कर दिया है. अब निजीकरण के खिलाफ पूरा बस्तर एक हो गया है. जब तक सरकार निजीकरण को रद्द नहीं करती है. तब तक लगातार इसका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
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उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने भी प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचकर केंद्र सरकार के खिलाफ हुंकार भरते हुए कहा कि बस्तर में दूसरा भूमकाल हो जाएगा. अगर प्लांट का निजीकरण होता है, तो केंद्र सरकार को बस्तर की भावनाओं को समझना चाहिए. मंत्री लखमा ने कहा कि किसी भी कीमत पर नगरनार एनएमडीसी स्टील प्लांट का निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा.
बस्तर से लेकर दिल्ली तक इसके निजीकरण के विरोध में लड़ाई लड़ी जाएगी. मंत्री लखमा ने कहा कि बस्तर के ग्रामीणों ने काफी उम्मीदों से अपनी जमीन नगरनार स्टील प्लांट को स्थापित करने के लिए दी है. ऐसे में केंद्र सरकार की निगाहें अब इसके निजीकरण पर टिकी हुई है. लेकिन राज्य सरकार और बस्तर के प्रभावित किसान किसी भी कीमत में इसका निजीकरण होने नहीं देंगे.