बस्तर : छत्तीसगढ़ सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कोटवार एसोसिएशन संघ ने धरना प्रदर्शन कर रैली निकाली. कोटवार संघ के रामाराम ने बताया कि ''छत्तीसगढ़ में चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पाटन में हुए कोटवार संघ के सम्मेलन में कोटवारों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने के साथ भूमि स्वामी बनाने का वादा किया था. सरकार बने 4 साल बीत चुके हैं. कुछ महीनों बाद चुनाव है. लेकिन कोटवार संघ की मांग पूरी नहीं हुई, इसलिए कोटवार संघ आंदोलन कर रहा है.''
क्यों हो रहा है विरोध : छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने कोटवारों का मानदेय बढ़ाया है. लेकिन कोटवार संघ का आरोप है कि उनकी मांगों की अनदेखी की गई है. यही वजह है कि कोटवार संघ ने जगदलपुर शहर के मंडी प्रांगण में विरोध जताया और शहर के मुख्य मार्गों में रैली निकाली. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर नारेबाजी भी की गई.
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उग्र आंदोलन की चेतावनी : कोटवार संघ ने चेतावनी दी है कि ज्ञापन सौंपने के बाद भी मांगें पूरी नहीं होती है तो आंदोलन व्यापक रूप लेगा. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में कोटवार विरोध जताएंगे. इधर बस्तर में बीते 3 दिनों से लगातार आसमान में काले बादल छाए हुए हैं. दोपहर में बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में मूसलाधार बारिश हुई है. बारिश बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में भी हुई है. बारिश के बीच में कोटवार संघ ने रैली निकालकर अपनी मांगों को छत्तीसगढ़ सरकार के सामने रखा है.