जगदलपुर: राम वन गमन परिपथ पर्यटन रथ यात्रा विवादों में घिरी हुई है. इसको लेकर बस्तर में राजनीति भी गरमाई हुई है. दो दिन पहले कांकेर में रथ के विरोध में आदिवासी समाज ने कई घंटों तक चक्काजाम किया था. अब भाजपा नेताओं के राम वन गमन रथ यात्रा को लेकर बयान सामने आ रहे हैं. जगदलपुर में भी छत्तीसगढ़ के पूर्व शिक्षा मंत्री और बस्तर के आदिवासी नेता केदार कश्यप ने सरकार पर कई आरोप लगाए.
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आदिवासी नही करते किसी देवता का विरोध
बस्तर में राम वन गमन रथ यात्रा के विरोध के मामले पर केदार कश्यप ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस का दो गुट काम कर रहा है. एक गुट मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का है, जो सिर्फ घोषणाएं और वादे करते है. दूसरा गुट मुख्यमंत्री के पिता का हैं. कांकेर में हुए राम वन गमन रथ यात्रा का विरोध भी दूसरे B गुट से कांग्रेस ने कराया है. जनता को धोखा दिया जा रहा है.
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बिना गांव के मुखिया से सलाह लिए मिट्टी उठाया जा रहा है
बस्तर के आदिवासी कभी किसी भगवान का विरोध नहीं करते हैं, लेकिन इस विरोध का कारण खुद कांग्रेस है. इसने बस्तर के समाज प्रमुख सिरा, गुनिया, पुजारी और पटेल सभी से सलाह लिए बिना ही मिट्टी उठाने का काम किया. बस्तर में सामाजिक समरसता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है.
भाजपा शासन काल में राम वन गमन के लिए भेजा गया था प्रस्ताव
केदार कश्यप ने कहा कि बिना कोई योजना के कांग्रेस ने कार्यक्रम बना दिया है. राम वन गमन रथ यात्रा में इनके दोहरे चरित्र का उजागर हुआ है. केदार कश्यप ने कहा कि भाजपा शासन काल में राम वन गमन पथ के लिए प्रस्ताव भेजा गया था. कांग्रेस के शासन काल में यह प्रस्ताव स्वीकृत हुआ है. इसी स्वीकृति को लेकर राज्य सरकार अपने वाहवाही लूट रही है.