जगदलपुर: जिले में पहली बार जादू टोना के शक में एक शख्स की सुपारी देकर हत्या का मामला सामने आया है. आरोपियों ने हत्या के बाद शव को घटनास्थल से 5 किमी दूर कोसारटेडा डैम के पास फेंक दिया. पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
मगड़ूराम 8 अगस्त से था लापता : दरअसल, ये पूरा मामला भानपुरी थाना क्षेत्र का है. मरदियापारा गांव में मगड़ूराम बघेल अपने परिवार के साथ रहता था. वह खेती किसानी के साथ ही सिरहागुनिया (तंत्र-मंत्र, झाड़ फूंक) का भी काम करता था. 8 अगस्त को मंगड़ूराम अपने घर से बाजार जाने के लिए निकला था. हालांकि देर रात तक मंगड़ूराम घर वापस नहीं आया. इसके बाद परिजनों ने उसे खोजना शुरू किया. मंगड़ूराम के नहीं मिलने के बाद परिजनों ने 10 अगस्त को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई. शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस लापता मंगड़ूराम की तलाश में जुट गई. इस दौरान पुलिस को कोसारटेडा डैम के पास एक अज्ञात व्यक्ति का सड़ा-गला शव पाए जाने की सूचना मिली. शव मंगड़ूराम की थी. शव मिलने के बाद पुलिस ने केस कायम करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी.
सिरहागुनिया के काम से नाराज थे ग्रामीण: जांच की शुरुआत में ही पुलिस ने मंगड़ूराम की हत्या होने की आशंका जाहिर की थी. इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि, मंगड़ूराम के सिरहागुनिया काम से गांव के कुछ लोग नाराज थे. इसी बीच पुलिस ने सोरगांव निवासी कालीचरण कश्यप को शक के आधार पर हिरासत में लिया. पुलिस ने कालीचरण से सख्ती से पूछताछ की. कालीचरण ने पुलिस को हत्या के षडयंत्र से लेकर शव को ठिकाने लगाने तक की बात बता डाली.
गांव के लोगों ने बनाई जान से मारने की योजना: पूछताछ के दौरान कालीचरण ने बताया कि गांव के रामधर मंडावी, मनीराम बघेल, कसरू मंडावी और सुकमन पोड़यामी का मानना था कि पिछले कुछ सालों से गांव में उनके परिवार के कुछ सदस्यों की मौत हुई है, इसमें मंगड़ूराम शामिल है. मंगड़ूराम के जादू-टोना के कारण ही लोगों की मौतें हो रही है. सभी ने मिलकर ने मंगड़ूराम को जान से मारने की योजना बनाई. इसके लिए इन लोगों ने कोंडागांव में रहने वाले एक सुपारी किलर विजय मंडावी से सम्पर्क किया. 85 हजार में सौदा तय हुआ. सभी ने 40 हजार रुपए एडवांस में कालीचरण और विजय को दिए. बाकी के 45 हजार काम हो जाने के बाद देने की बात कही.
मामला भानपुरी थाना क्षेत्र का है. सिरहागुनिया के कारण गांव में लोगों की मौत होने के शक में 4 ग्रामीणों ने मंगड़ूराम की हत्या की सुपारी दे डाली. सुपारी किलर ने सिर पर डंडे से वार कर मंगड़ूराम की हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को कोसार डैम में फेंक दिया. मामले का खुलासा होने पर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.- घनश्याम कामड़े, एसडीओपी भानपुरी
सुपारी किलिंग का खुलासा (Murder In jagdalpur): सौदा होने के बाद कॉन्ट्रैक्ट किलर विजय और कालीचरण ने मंगड़ूराम की पहले रेकी की. इसके बाद 8 अगस्त को जब मंगड़ूराम बाजार से वापस घर जा रहा था. तभी रास्ते में पहले घात लगाए बैठे विजय और कालीचरण ने मंगड़ूराम के सिर पर डंडे से वार कर दिया.अचानक हुए हमले में घायल होने की वजह से मंगड़ूराम सड़क पर ही गिर गया. इसके बाद कालीचरण और विजय ने घायल मंगड़ूराम को झाड़ियों में ले जाकर उसके सिर पर ताबड़तोड़ वार किया. सिर पर डंडे के वार से मंगड़ूराम की मौके पर ही मौत हो गई. कालीचरण और विजय ने मंगड़ूराम के शव को घटनास्थल से लगभग 5 किमी दूर कोसारटेडा डैम के पास फेंक दिया. घटना को अंजाम देने के बाद दोनों मौके से फरार हो गए.
सभी आरोपी गिरफ्तार: पुलिस ने कालीचरण के बयान के आधार पर सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. सोरगांव निवासी कालीचरण कश्यप, कोंडागांव निवासी विजय मंडावी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. साथ ही सुपारी देने वाले ग्रामीण रामधर मंडावी, मनीराम बघेल, कसरू मंडावी और सुकमन पोड़यामी को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने धारा 302, 201 (बी), 109 भादवि, छग टोहनी प्रताड़ना निवारण अधिनियम 2005 की धारा 04, 05 के तहत मामला दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बता दें कि अब तक जादू टोना के शक में हत्या का मामला तो जिले से आया था. हालांकि ये पहला मामला है, जिसमें सुपारी किलर से सिरहागुनिया की हत्या करवाई गई.