बस्तर : संभाग में लगातार अपराध में बढ़ रहे अपराध को रोकने के लिए पुलिस ने अभियान चलाया. पुलिस के पास लगातार ऐसे केसेस आ रहे थे, जिसमें अपराधी जुर्म करने के बाद फरार होने में कामयाब हो जाते. इसके कारण पुलिस के हाथ खाली रहते थे. कुछ समय बाद मामला ठंडा होने के बाद ये अपराधी वापस अपने क्षेत्र में आते और फिर से आपराधिक गतिविधियों में जुट जाते. ऐसे ही फरार और स्थायी वारंटियों की धरपकड़ बस्तर पुलिस ने की और कोर्ट में पेश किया.
स्थायी और गिरफ्तारी वारंट पर हुई कार्रवाई : लंबे समय से फरार चल रहे 115 स्थायी और गिरफ्तारी वारंटियों को बस्तर पुलिस ने अलग-अलग क्षेत्र से तलाश करके कोर्ट में पेश किया है. जगदलपुर सीएसपी विकास कुमार ने बताया कि बस्तर जिले में अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद लंबे समय से अपराधी फरार चल रहे थे. जिस पर न्यायालय ने स्थाई और गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था.
21 अगस्त से 28 अगस्त तक बस्तर जिले के सभी क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाया गया. अलग-अलग क्षेत्र में कई वर्षों से फरार चल रहे स्थाई वारंटियों पर निगरानी रखी गई. बस्तर पुलिस की टीम गठित करके कार्यवाई के लिए रवाना की गई. जिसमें बस्तर पुलिस की टीम ने ऐसे अपराधी जो लंबे समय से अपराध के बाद फरार चल रहे थे.उनकी धरपकड़ की. -विकास कुमार, सीएसपी जगदलपुर
अपराधियों को धरपकड़ के बाद कोर्ट में पेश किया गया है.इन वारंटियों में बस्तर जिले के जगदलपुर अनुविभाग से 70, केशलूर अनुविभाग से 6, लोहंडीगुड़ा अनुविभाग से 12 और भानपुरी अनुविभाग से 27 वारंटी को कोर्ट में पेश किया गया है.