जगदलपुर: बस्तर में धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर दो समुदाय के बीच लगातार बवाल जारी है. एक तरफ जहां मूल धर्म के आदिवासियों ने क्रिश्चन समुदाय पर ग्रामीणों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण करने का आरोप लगाया है. वहीं दूसरी ओर बस्तर संभाग के मसीह समाज के द्वारा सोमवार को जगदलपुर में पहली बार धरना प्रदर्शन किया गया. मसीह समाज के द्वारा शहर में विशाल रैली निकाली गई. साथ ही अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मसीह समाज ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
क्या है ईसाई समाज का कहना: मसीह समाज बस्तर संभाग के अध्यक्ष सीआर बघेल ने बताया कि "बीते 2 सालों से बस्तर में लगातार ईसाई समाज के लोगों को सताने वाली स्थिति निर्मित हो रही है. मसीह समाज के सदस्यों से मारपीट की जा रही है. उनके घरों में तोड़फोड़ किया जा रहा है. उनके क्षेत्रों के फसल को काट लिया जा रहा है और मृत्यु होने पर सबके कफन दफन प्रक्रिया में अड़ंगा डाला जाता है. सभी विषयों को लेकर लगातार पत्राचार के माध्यम से जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मुलाकात किया गया है. साथ ही इसे रोकने के लिए आवेदन भी दिया गया है. इसके बावजूद भी बस्तर में स्थिति सुधरी नहीं. बल्कि और बिगड़ती दिख रही है."
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उग्र आंदोलन की चेतावनी दी: मसीह समाज ने बस्तर में स्थिति बिगड़ने को लेकर सोमवार को जगदलपुर शहर के कृषि मंडी में धरना प्रदर्शन किया. मसीही समुदाय के लोग शहर के मुख्य मार्गो से रैली निकालकर कमिश्नर कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम बस्तर कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा है. जिसके बाद यह रैली बस्तर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची. जहां छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम बस्तर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है. इसके अलावा मसीह समाज ने ज्ञापन में दिये विषयों पर कोई ठोस निर्णय नहीं करने पर आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.