जगदलपुर: बस्तर में कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) से पहले ही स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है. क्योंकि इस बात की आशंका जताई जा रही है कि तीसरी लहर में छोटी उम्र के लोग ज्यादा प्रभावित होंगे. लिहाजा इस बात को ध्यान में रखते हुए जिला अस्पताल में बने कोविड वार्ड में 30 बिस्तरों का अलग से वार्ड तैयार किया गया है. जहां 15 बेड पीडियाट्रिक एयर कंडीशनर वाले भी होंगे. वहीं इस वार्ड में शिशु रोग विशेषज्ञ (pediatrician) की नियुक्ति के साथ ही स्टाफ नर्स और जूनियर डॉक्टर भी मौजूद होंगे. हालांकि अब तक बस्तर में तीसरी लहर का एक भी मामला सामने नहीं आया है. लेकिन एहतियात के तौर पर अस्पताल प्रबंधन ने कोविड-19 अस्पताल में सारी तैयारियां दुरुस्त कर लेने की बात कही है.
बस्तर में तीसरी लहर की दस्तक से पहले ही अस्पताल प्रबंधन ने एडवांस में तैयारियां कर ली है. दरअसल इस बात की संभावना बताई जा रही है कि, तीसरी लहर आने तक वयस्क लोगों को वैक्सीन लग चुकी होगी. ऐसे में कोरोना वायरस छोटे बच्चों को अपनी चपेट में ले सकता है. यदि ऐसा होता है तो स्वास्थ्य विभाग के लिए ये चिंता की बात होगी. यही वजह है कि डिमरापाल कोविड अस्पताल (Dimrapal covid Hospital) में अभी से तैयारी पूरी की जा रही है. जिससे वायरस के प्रभाव से निपटा जा सके.
बच्चों के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध
बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि तीसरी लहर से निपटने के लिए कोविड-19 अस्पताल में ही 30 बेड का वार्ड अलग से बच्चों के लिए बनाया गया है. जिसमें संक्रमित पाए जाने वाले बच्चों का इलाज किया जाएगा. इसके लिए जूनियर डॉक्टर और पीडियाट्रिक्स को मिलाकर 15 से ज्यादा विशेषज्ञ तैनात किए गए हैं. इसके अलावा 30 वेंटिलेटर है. जबकि 15 ऑक्सीजन वाले बेड बच्चों के लिए बनाए गए हैं. वहीं 6 ICU (intensive care unit), 3 NICU (newborn intensive care unit) की सुविधा भी कोविड अस्पताल में है.
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खाली पदों पर जल्द होगी नियुक्ति
कलेक्टर का कहना है कि जरूरत पड़ने पर ICU की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है. साथ ही बेड की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है. वर्तमान में जगदलपुर के डिमरापाल अस्पताल में 6 शिशु विशेषज्ञ हैं. उन्होंने कहा कि खाली पदों पर भी जल्द ही नियुक्ति करने के लिए आदेश भी दिए गए हैं. बस्तर जिले के अलावा दूसरे जिलों से भी जगदलपुर के कोविड अस्पताल में संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाता है. जिसे देखते हुए वेंटिलेटर की भी संख्या (number of ventilators) बढ़ाई गई है. मेडिकल कॉलेज में अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर (oxygen cylinder) की भी सुविधा उपलब्ध है.
जल्द दूर होगी दवाइयों की कमी
कलेक्टर ने दवाइयों की भी पूरी व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए हैं. हालांकि वर्तमान में डिमरापाल अस्पताल में दवाइयों की कमी बनी हुई है. ज्यादातर मरीज बाहर से दवाइयां खरीद रहे हैं. ऐसे में जल्द ही सभी दवाइयों की पूर्ति और खासकर तीसरी लहर को देखते हुए कोरोना से संबंधित सारी चीजों को उपलब्ध कराने के लिए भी राज्य शासन को पत्र लिखा गया है. जल्द ही यह दवाइयां जिला प्रशासन को मिलने की उम्मीद है.
बस्तर पूरी तरह तैयार: कलेक्टर
स्वास्थ्य विभाग (health Department) को अलर्ट करने के साथ ही किसी भी जरूरी संसाधनों की कमी न हो इसके लिए अस्पताल प्रबंधन के साथ ही सभी डॉक्टर्स की भी बैठक ली गई है. कलेक्टर ने कहा कि जिला अस्पताल के साथ-साथ डिमरापाल अस्पताल में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त है और खासकर बच्चों के लिए काफी सतर्कता बरती जा रही है. इसलिए ICU के साथ ही वेंटिलेटर, ऑक्सीजन मास्क की भी अतिरिक्त व्यवस्था की गई है. कलेक्टर ने कहा कि फिलहाल कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए बस्तर जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है और सभी साधन पर्याप्त मात्रा में है. जल्द ही दवाइयों की भी पूर्ति कर ली जाएगी.