जगदलपुर: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने पूरे देश और दुनिया में हाहाकार मचा कर रखा है. 21 दिनों के लॉकडाउन की वजह से जहां एक तरफ लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है, वहीं चैत्र नवरात्र में सभी देवी मंदिर सूने नजर आ रहे हैं. बस्तर के इतिहास में यह पहली बार है, जब महाअष्टमी के दिन बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी का मंदिर आम लोगों के लिए बंद है. प्रदेश के साथ-साथ यहां हर साल हजारों की संख्या में लोग मां के दर्शन को पहुंचते थे.
सरकार के आदेश के मुताबिक 25 मार्च से आने वाले 5 अप्रैल तक सभी मंदिरों को आम लोगों के लिए बंद कर दिए गए हैं. इस वजह से बस्तर के लोगों के साथ ही दूर अंचलों से आने वाले लोगों को मां दंतेश्वरी का दर्शन इस बार नहीं मिल पाया. इसके साथ ही लोगों ने महाअष्टमी के मौके पर घर पर ही रहकर हवन-पूजन किया.
कोरोना वायरस के संक्रमण जल्द खत्म होने की प्रार्थना
दंतेश्वरी मंदिर के बाहर दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब नवरात्र में मां दंतेश्वरी मंदिर के पट लोगों के लिए बंद हैं, हालांकि पूजारियों ने मंदिर में सुबह से विशेष पूजा-अर्चना की और लोगों के मनोकामना दीप की भी पूरी निगरानी रखी है. लोग बस्तर के साथ ही पूरे देश में कोरोना वायरस के खात्मे के साथ फिर से मंदिरों के कपाट खुलने की प्रार्थना माई दंतेश्वरी से की.
महापौर ने जरूरतमंदों को किया फल वितरण
महाअष्टमी के मौके पर मंदिरों के कपाट भले ही बंद हैं, लेकिन मंदिर के सामने असहाय और जरूरतमंदों का जमावड़ा लगा है. जिनकी मदद के लिए जगदलपुर की महापौर साफिरा साहू मंदिर प्रांगण में पहुंची और लोगों को फल वितरण किया.