जगदलपुर: जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र झा के पदस्थापना को लेकर एक बार फिर विरोध शुरू हो गया है. अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ (अजाक्स) ने जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उन्हें हटाने की मांग को लेकर बस्तर कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा है.
कर्मचारियों ने DEO राजेंद्र झा पर शासन के नियम के खिलाफ शिक्षा विभाग में 70 लोगों को फर्जी तरीके से नियुक्त करने का आरोप लगाया है.
70 कर्मचारियों के फर्जी तरीके से भर्ती का आरोप
कर्मचारी संघ के अध्यक्ष वीपी सोरी ने बताया कि राजेंद्र झा ने सारे नियमों को ताक पर रखकर साल 2017-18 में 5 लोगों की अनुकंपा नियुक्ति की थी. इसके अलावा संघ ने राजेंद्र झा पर शिक्षा विभाग में 70 कर्मचारियों के फर्जी तरीके से भर्ती का आरोप भी लगाया है. अध्यक्ष ने यह भी बताया कि इस भर्ती में न जिला शिक्षा समिति का गठन किया गया, न जिला प्रशासन के समिति का गठन किया गया. राजेंद्र झा की ओर से एकाधिकार बनाकर गोपनीय तरीके से बिना विज्ञापन निकाले सभी की भर्ती की गई थी.
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई
संघ के अध्यक्ष का कहना है कि इस मामले की जांच को लेकर पहले भी बस्तर कलेक्टर, बस्तर आयुक्त, लोक शिक्षा विभाग संचालक और मुख्य सचिव को भी ज्ञापन सौंपा गया है. इसके बावजूद DEO पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई. उल्टा एक फिर से राजेंद्र झा को जिला शिक्षा अधिकारी बना दिया गया है. जिसका संघ पुरजोर विरोध करती है.
आने वाले दिनों में किया जाएगा उग्र आंदोलन
संघ के लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र झा को हटाया नहीं गया या उनके खिलाफ जांच के आदेश नहीं दिए गए, तो अजाक्स कर्मचारी संघ आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन करेगा और न्यायालय की शरण में जाएगा.