बस्तर : छत्तीसगढ़ चुनाव के महासंग्राम में पहले चरण के लिए 7 नवंबर को मतदान होना है.जिसमें बस्तर की 12 सीटें भी शामिल है.फिलहाल बस्तर में बीजेपी का सूपड़ा साफ है.लिहाजा पार्टी ने पूरी ताकत बस्तर के किले को फतह करने में लगाई है.बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं का दौरा बस्तर में हो चुका है.पीएम मोदी समेत अमित शाह का दौरान बस्तर में हो चुका है. इसी कड़ी में कांग्रेस के नेताओं का भी जमावड़ा बस्तर में लग रहा है.
राहुल गांधी आएंगे बस्तर : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सांसद राहुल गांधी ने भी छत्तीसगढ़ का दौरा किया था. वहीं अब बस्तर की जनता को साधने के लिए 04 नवंबर को राहुल गांधी बस्तर दौरे पर रहेंगे. जहां वे जगदलपुर के ऐतिहासिक लालबाग मैदान में आम सभा को संबोधित करेंगे.
गांधी परिवार के दौरे से होगा फायदा : दौरे से पहले पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि बस्तर में गांधी परिवार का शुरू से ही लगाव रहा है. पिछले 2018 के चुनाव में बस्तर पहुंचकर टाटा कंपनी ने जो जमीन अधिग्रहित की थी उसकी वापसी का वादा किये थे.इसके बाद वादा पूरा हुआ.इस समय भी गांधी परिवार से जुड़े लोग बस्तर आ रहे हैं. इसका भी फायदा पिछली तरह के जैसे ही होगा.
योगी और राजनाथ के दौरों से नहीं पड़ेगा फर्क : बस्तर की 12 विधानसभा सीट कांग्रेस के खेमे में जाएगी. जिसकी तैयारी जोरों पर है. सभा में ऐतिहासिक भीड़ होगी. जिसको राहुल गांधी संबोधित करेंगे. योगी आदित्यनाथ और राजनाथ सिंह के दौरे से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. इससे पहले प्रधानमंत्री और अमित शाह आए थे. झूठ बोलकर चले गए. और बची हुई कसर योगी आदित्यनाथ पूरी करेंगे. यह उत्तर प्रदेश और बिहार नहीं है. यह शांति का बस्तर है.
''बस्तर आकर बीजेपी आग लगाकर वापस जा रही है. लेकिन कांग्रेस के पास आग बुझाने के लिए फायरब्रिगेड है. बीजेपी जितना भी आग लगा ले. उससे बस्तर को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. 15 साल में बीजेपी ने बस्तर को आग में झोंका है और कितना आग लगाएंगे.''- दीपक बैज,पीसीसी चीफ
आपको बता दें कि कांकेर में पीएम मोदी की सभा हुई थी.जिसमें पीएम मोदी ने बस्तर को लेकर कई बातें कही थी.अब मोदी के बाद जगदलपुर में राहुल गांधी का दौरा होना है.जिसे लेकर कांग्रेस उत्साहित है.कांग्रेस के मुताबिक राहुल गांधी के दौरे के बाद बस्तर की सभी सीटें कांग्रेस के पास आएंगी.