जगदलपुर: शहर के रवींद्रनाथ टैगौर वार्ड में रहने वाली एक युवती की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन ने वार्ड को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए सील कर दिया था. कंटेनमेंट जोन की अवधी को 14 दिन बढ़ाने की तैयारी की जा रही थी, लेकिन यहां के लोगों ने इसका जोरदार विरोध किया. लिहाजा प्रशासन को पीछे हटना पड़ा. बता दें कोरोना संक्रमित युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. युवती के परिवार को 28 दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन किया गया है. फिलहाल प्रशासन ने वार्ड से बेरिकेड्स हटा लिए हैं
जानकारी के मुताबिक, युवती की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से प्रशासन ने रविन्द्रनाथ टैगोर वार्ड और उससे लगे कुछ इलाके को कंटेनमेंट जोन बनाया था. पूरे एरिया को सील कर दिया था. 14 दिन तक ऐसे ही हालात थे. लोगों की मानें तो कंटेनमेंट जोन के दौरान कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. 16 दिन बीत जाने के बावजूद दोबारा कंटेनमेंट जोन बनाए जाने का मोहल्ले के लोग विरोध करने लगे. लोगों कि ओर से बात न बनते देख अपर कलेक्टर और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी. टीम ने बस्तर कलेक्टर से बातचीत कर वार्ड को कंटेनमेंट जोन से हटाने का फैसला लिया है.
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अपर कलेक्टर प्रवीण वर्मा ने बताया कि क्वॉरेंटाइन के 16 दिन पूरे हो गए हैं. युवती की मौत के बाद से एतिहात के तौर पर सभी वार्डवासियों के टेस्ट के लिए सैंपल लिए गए हैं. सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. हालांकि 4 दिन पहले दो महिलाओं को सस्पेक्ट माना गया था. इसलिए कंटेनमेंट जोन की अवधी बढ़ाने की बात चल रही थी, लेकिन दोनों ही महिला की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद रवींद्नाथ टैगोर वार्ड को कंटेनमेंट जोन से हटा दिया गया है. वहीं विवाद की स्थिति पर अपर कलेक्टर ने कहा कि कंटेनमेंट जोन के 14 दिन बीत चुके थे. इसलिए वार्ड वासी इसे हटाने की मांग कर रहे थे.