बस्तर: शहर में लगभग 10 साल पहले ट्रांसपोर्ट नगर परियोजना बनाई गई थी. योजना के तहत ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जगह का भी चुनाव कर लिया गया था, लेकिन आज तक इसके लिए काम शुरू नहीं हुआ है. हालात यह है कि शहर के मुख्य मार्ग और नेशनल हाईवे के किनारे बड़ी-बड़ी गाड़ियों की कतार लग जाती है. भारी वाहनों के गुजरने से आए दिन सड़क दुर्घटनाओं की खबरें आती रहती है.
ट्रांसपोर्ट नगर बनाने का उद्देश्य भारी वाहनों के लिए निश्चित जगह की व्यवस्था करना था. इसके लिए एशिया के सबसे बड़े ट्रक यूनियन बस्तर परिवहन संघ ने पदाधिकारियों से लंबे समय से इसकी मांग की थी, लेकिन किसी तरह की प्रगति दिखाई नहीं दे रही. इस संबंध में संघ के सचिव का कहना है कि उनकी चार हजार से अधिक गाड़ी संचालित हो रही है, जिसे सड़कों के किनारे खड़ा करने के लिए वे मजबूर हैं.
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अस्थाई पार्किंग के भरोसे ट्रक संचालक
बस्तर कलेक्टर ने बताया कि अस्थाई पार्किंग के लिए 6 जगहों को चयनित किया है. इसके लिए निजी भू-स्वामियों ने प्रशासन को अपनी जमीन पर पार्किंग की अनुमति दे दी है. प्रशासन द्वारा यातायात विभाग को भी शहर में भारी वाहन प्रवेश न करने देने को लेकर निर्देश दिए गए हैं.