जगदलपुर : बस्तर जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. प्रदेश के बाकी जिलों की तरह ही बस्तर भी शीतलहर की चपेट में है. ठंड से बस्तरवासी परेशान हैं. बढ़ती ठंड को देखते हुए छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों की तरह ही बस्तर जिले में भी स्कूलों के समय में परिवर्तन किया गया है. बच्चों के पालकों ने बढ़ती ठंड को देखते हुए समय परिवर्तन की मांग की थी. उनकी मांगों के साथ-साथ ठंड के कारण छात्रों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार ने आदेश जारी किया है. आदेश के मुताबिक 31 जनवरी तक 12वीं तक के सभी स्कूल के समय में परिवर्तन किया गया है. यह आदेश शनिवार यानी 14 जनवरी से लागू होगा. दो पाली में संचालित होने वाले स्कूलों का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 12:30 और 12:45 से 4:15 किया गया है. जबकि एक पाली में संचालित होने वाले स्कूलों का समय 10:30 से 3:30 तक किया गया है.
मौसम ने बदला मिजाज : यह देखा गया है कि बस्तर में कड़ाके की ठंड दिसंबर महीने में पड़ती है. अधिक ठंड को देखते हुए स्कूलों में शीतकालीन छुट्टी भी दी जाती है. लेकिन साल 2022 के दिसम्बर महीने में ठंड का असर कम देखने को मिला. लेकिन नया साल आते ही मौसम ने भी अपना रंग बदल लिया है.छत्तीसगढ़ ने नए वर्ष 2023 पर अपना कदम रखा. नया साल आते ही दूसरे राज्यों समेत छत्तीसगढ़ में भी ठंड पड़ रही है. मौसम वैज्ञानिकों ने बीते दिनों 5 डिग्री तक तापमान मापा था. हर दिन तापमान में गिरावट आ रही है . जिसको देखते हुए बस्तर जिला कलेक्टर ने स्कूली बच्चों के समय में परिवर्तन किया है.
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प्रदेश का मौसम पूर्वानुमान: मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि "प्रदेश में आ रही उत्तर से शुष्क और ठंडी हवाओं का दिशा बदल कर अब पश्चिम से हवाओं का आना प्रारंभ हो गया है. इस दौरान न्यूनतम तापमान में मामूली परिवर्तन होने की संभावना है. शुक्रवार को प्रदेश का मौसम शुष्क रहेगा. हवा की दिशा बदलने के कारण प्रदेश में न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं होगा. दिन के अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि होगी. लेकिन मौसम में विशेष परिवर्तन नहीं होगा. "