जगदगलपुर: सीएम भूपेश बघेल ने जगदलपुर में बस्तर दशहरा की मुख्य रस्म मुरिया दरबार (main ritual of Bastar Dussehra Muria Darbar) में शिरकत की. उन्होंने मांझी चालकी, मेम्बर मेम्बरीन, पुजारी, सिरहा, गुनिया सभी से समस्या जानी. उनकी समस्या का समाधान कर घोषणाएं भी की.
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भूपेश बघेल ने मांझी चालकी सहित बस्तर दशहरे के आयोजन से जुड़े सदस्यों के पोशाक के लिए 5 लाख 11 हजार रुपये की राशि दी. शहीद हरचंद के नाम पर तोकापाल शासकीय महाविद्यालय का नाम करने की घोषणा की. जरकरण भतरा के नाम पर बकावण्ड शासकीय महाविद्यालय का नामकरण करने की भी घोषणा की. इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर क्लब में मांझी चालकी और अन्य दशहरा समिति के लोगों के साथ भोजन भी किया.
मुरिया दरबार के बाद मुख्यमंत्री भूमि पट्टा वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने बस्तर के 14 समाज के लोगों को भूमि पट्टा दिया. मुख्यमंत्री ने बस्तर फाइटर्स के जवानों से मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई की. छत्तीसगढ़ ओलंपिक को बढ़ावा देने मैदान में गिल्ली डंडा का खेल भी खेला.
भूपेश बघेल ने आरक्षण के मुद्दे पर कहा कि '' पिछली सरकार की लापरवाही की वजह से आज आरक्षण मामले में सरकार के खिलाफ फैसला आया है. अगर समय से ननकीराम कंवर कमेटी की जांच रिपोर्ट पेश कर दी जाती तो यह फैसला नहीं आता. खुद की गलती के बावजूद भाजपा अब धरना कर रही है. लेकिन कांग्रेस सरकार पीछे नहीं हटेगी. हम सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं. बाबा साहेब अंबेडकर ने जो संविधान में लिखा है, जो मंडल आयोग की सिफारिश की है, वो सब हम लागू करेंगे.''