रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना के बिगड़ते हालातों को देखते हुए सीएम भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) लगातार प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं. स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समीक्षा, कोरोना संक्रमण के हालातों का जायजा ले रहे हैं. मुख्यमंत्री बघेल ने बस्तर संभाग के 7 जिलों के कलेक्टरों की बैठक (Meeting of collectors) ली है. बैठक में सीएम ने कलेक्टरों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं. उन्होंने बस्तर से कोरोना को पूरी तरह समाप्त करने के लिए जांच बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं.
इन जिलों के कलेक्टर हुए शामिल
मंगलवार को सीएम निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल बैठक में कांकेर, कोंडागांव, बस्तर, बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा और दंतेवाड़ा के कलेक्टर शामिल हुए. बैठक में सीएम ने कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति और नियंत्रण के उपायों की समीक्षा की है.
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हर बाहरी व्यक्ति की हो कोरोना जांच: सीएम
- मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आने वाले हर व्यक्ति की कोरोना जांच की जाए.
- क्वारेंटाइन सेंटर और आइसोलेशन सेंटरों को तैयार रखा जाए.
- एयरपोर्ट, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैंड, अंतर्राज्यीय सीमाओं के एन्ट्री प्वॉइंट पर ही टेस्टिंग सुनिश्चित कर ली जाए.
- कोरोना मरीजों का इलाज, वैक्सीनेशन, रोकथाम और संक्रमित व्यक्तियों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की सघन जांच पर होनी चाहिए.
बस्तर में कोरोना संक्रमण दर हो शून्य प्रतिशत
मुख्यमंत्री ने समीक्षा करते हुए कहा कि राज्य के बस्तर संभाग में पिछली बार कोरोना संक्रमण को रोकने में शासन-प्रशासन सहित सबके सहयोग से अच्छी सफलता मिली थी. इस बार भी हम सभी बस्तर संभाग में कोरोना संक्रमण की दर को पिछली बार की तरह शून्य प्रतिशत तक लाने का प्रयास करें. उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग के अधिकारी-कर्मचारी अच्छा काम कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश
- छुट्टी से लौटने वाले सीआरपीएफ और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की टेस्टिंग एन्ट्री प्वॉइंट की जाए.
- क्वारेंटाइन और आइसोलेशन में रखने के बाद ही जवानों को कैंप जाने की अनुमति दी जाए.
- बस्तर आईजी बाहर से आने वाले जवानों की जानकारी रखें और जवानों को लाने के लिए पृथक वाहन की व्यवस्था करें.
- जवान सार्वजनिक परिवहन के साधनों से वापस न लौटें. खदान क्षेत्रों में ट्रकों में आने वाले ड्राइवरों और क्लीनरों की जांच की जाए.
मनरेगा से मिलेगा रोजगार
सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि कोरोना काल और लॉकडाउन के दौरान ग्रामीण इलाकों में रोजगार की व्यवस्था भी करनी है, जिससे ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति मजबूत रहे. इसके लिए कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन करते हुए मनरेगा योजना को चालू रखना है. साथ ही लघु वनोपजों के संग्रहण कार्य प्रारंभ किए जाएं.
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इन मुद्दों पर हुई चर्चा
सीएम भूपेश बघेल ने बैठक के दौरान सभी कलेक्टर से उनके जिले में कोरोना नियंत्रण की तैयारी (Corona Control Preparation) और स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली (Health facilities information ) है. बैठक में सभी जिलों की समीक्षा की गई है.
- ऑक्सीजन बेड के हालात.
- आईसीयू बेड की संख्या.
- वेंटिलेटर वाले बेड की उपलब्धता.
- ऑक्सीजन की सप्लाई चेन.
- ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता और रोटेशन.
- मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता.
- रेमडेसिविर और अन्य आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता.
- सीएसआर मद, औद्योगिक क्षेत्र और सामाजिक संगठनों के सहयोग से किये जा रहे कार्यों की भी समीक्षा हुई है.
बैठक में शामिल हुए स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य रेणु पिल्ले, अपर मुुख्य सचिव गृह सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, बस्तर संभाग के कमिश्नर, सभी 7 जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक शामिल हुए.