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जगदलपुर में सिटी बस हुईं कबाड़, ग्रामीणों को सबसे ज्यादा नुकसान

सरकार ने बस्तर के गांवों को शहर मुख्यालय से जोड़ने के लिए सिटी बस की शुरुआत की थी. 10 बसें बस्तर के अंदरूनी गांव से जुड़े हुए थे. जिससे ग्रामीणों के साथ पर्यटकों को भी काफी ज्यादा सुविधा मिल रही थी. लेकिन बीते कुछ सालों से सभी बसें कबाड़ हो चुकी हैं. इसके मेंटेनेंस की जिम्मेदारी ठीक से नहीं होने की वजह से सभी बसें कबाड़ में धूल खाती नजर आ रही है. अब ये बसें दोबारा सड़क पर कब दौड़ेंगी ये कोई नहीं जानता. City bus became junk in Jagdalpur

City bus became junk in Jagdalpur
जगदलपुर में सिटी बस हुईं कबाड़
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Published : Dec 15, 2022, 7:46 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर में सिटी बस हुईं कबाड़, ग्रामीणों को सबसे ज्यादा नुकसान

जगदलपुर : करोड़ों रुपए खर्च कर 10 सिटी बसें बस्तर जिले को दी गई थी. ताकि ग्रामीणों के साथ कारोबारियों को भी सुविधा मिल सके. ग्रामीण क्षेत्रों से शहर पहुंचने वाले लोगों को सिटी बस सबसे ज्यादा फायदा पहुंचा रहीं थी. लेकिन कोरोना काल के बाद प्रशासन के सुस्त रवैये की वजह से ये बसें पूरी तरीके से कबाड़ में तब्दील हो चुकी हैं. वहीं नगर निगम के अधिकारी 5 बसों के संचालित होने की बात कह रहे हैं. ये 5 बसें अभी मेंटेनेंस के लिए खड़ी हैं. किसी कारणवश उसकी मेंटेनेंस पूरी नहीं हो पाई है. City bus became junk in Jagdalpur

जगदलपुर में सिटी बस हुईं कबाड़
जगदलपुर में सिटी बस हुईं कबाड़

क्या है लोगों का कहना : वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि ''बस चलने से ग्रामीण क्षेत्रों से वन उपज के अलावा कई ऐसे समान होते हैं. जो शहर लाकर ग्रामीण बेचते हैं और उससे रोजगार प्राप्त होता है. इन क्षेत्रों में बसें चलने की वजह से उन्हें काफी फायदा मिल रहा था. लेकिन प्रशासन की लापरवाही की वजह से सभी बसें धूल खा रही है. हालांकि 5 बसों को मरम्मत कर संचालित तो किया जा रहा है.''

ग्रामीणों को मिलती थी मदद : बस्तर के स्थानीय निवासी अनिल लुकड़ का कहना है कि '' सिटी बस के चलने से ग्रामीण इलाके के ग्रामीणों को काफी सुविधा मिलती थी. ग्रामीणों के साथ ही छात्र-छात्राएं भी बस में सफर करके मुख्यालय पहुंचा करते थे. बस में सफर करने से किसी प्रकार का भय उनके अंदर नहीं होता था. इसके अलावा ग्रामीण इलाके से बस से जुड़ने की वजह से ग्रामीण मुख्यालय से जुड़ते थे.ग्रामीण इलाके से जुड़ने से व्यापार में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती थी. लेकिन बीते कई समय से सिटी बस रखरखाव के अभाव में कबाड़ में तब्दील हो गईं हैं. इसे प्रशासन की लापरवाही ही माना जा सकता है. ''

ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ में पहली बार जीरो वेस्ट मैरिज

जल्द बसों को शुरु करने का दावा : नगर निगम आयुक्त दिनेश नाग (Municipal Commissioner Dinesh Nag) ने बताया कि '' नगर निगम के पास 10 सिटी बसें हैं. जिनमें 5 बस संचालित हैं. वहीं 5 बसों का टेंडर प्रक्रिया की जा रही है. साथ ही मेंटेनेंस के लिए भी बसों को रखा गया है. जिसकी वजह से अभी संचालित नहीं हो पा रही है. जल्द ही सभी बसों को ठीक करके एक बार फिर से शुरू किया जाएगा.''Municipal Corporation Jagdalpur

जगदलपुर में सिटी बस हुईं कबाड़, ग्रामीणों को सबसे ज्यादा नुकसान

जगदलपुर : करोड़ों रुपए खर्च कर 10 सिटी बसें बस्तर जिले को दी गई थी. ताकि ग्रामीणों के साथ कारोबारियों को भी सुविधा मिल सके. ग्रामीण क्षेत्रों से शहर पहुंचने वाले लोगों को सिटी बस सबसे ज्यादा फायदा पहुंचा रहीं थी. लेकिन कोरोना काल के बाद प्रशासन के सुस्त रवैये की वजह से ये बसें पूरी तरीके से कबाड़ में तब्दील हो चुकी हैं. वहीं नगर निगम के अधिकारी 5 बसों के संचालित होने की बात कह रहे हैं. ये 5 बसें अभी मेंटेनेंस के लिए खड़ी हैं. किसी कारणवश उसकी मेंटेनेंस पूरी नहीं हो पाई है. City bus became junk in Jagdalpur

जगदलपुर में सिटी बस हुईं कबाड़
जगदलपुर में सिटी बस हुईं कबाड़

क्या है लोगों का कहना : वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि ''बस चलने से ग्रामीण क्षेत्रों से वन उपज के अलावा कई ऐसे समान होते हैं. जो शहर लाकर ग्रामीण बेचते हैं और उससे रोजगार प्राप्त होता है. इन क्षेत्रों में बसें चलने की वजह से उन्हें काफी फायदा मिल रहा था. लेकिन प्रशासन की लापरवाही की वजह से सभी बसें धूल खा रही है. हालांकि 5 बसों को मरम्मत कर संचालित तो किया जा रहा है.''

ग्रामीणों को मिलती थी मदद : बस्तर के स्थानीय निवासी अनिल लुकड़ का कहना है कि '' सिटी बस के चलने से ग्रामीण इलाके के ग्रामीणों को काफी सुविधा मिलती थी. ग्रामीणों के साथ ही छात्र-छात्राएं भी बस में सफर करके मुख्यालय पहुंचा करते थे. बस में सफर करने से किसी प्रकार का भय उनके अंदर नहीं होता था. इसके अलावा ग्रामीण इलाके से बस से जुड़ने की वजह से ग्रामीण मुख्यालय से जुड़ते थे.ग्रामीण इलाके से जुड़ने से व्यापार में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती थी. लेकिन बीते कई समय से सिटी बस रखरखाव के अभाव में कबाड़ में तब्दील हो गईं हैं. इसे प्रशासन की लापरवाही ही माना जा सकता है. ''

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जल्द बसों को शुरु करने का दावा : नगर निगम आयुक्त दिनेश नाग (Municipal Commissioner Dinesh Nag) ने बताया कि '' नगर निगम के पास 10 सिटी बसें हैं. जिनमें 5 बस संचालित हैं. वहीं 5 बसों का टेंडर प्रक्रिया की जा रही है. साथ ही मेंटेनेंस के लिए भी बसों को रखा गया है. जिसकी वजह से अभी संचालित नहीं हो पा रही है. जल्द ही सभी बसों को ठीक करके एक बार फिर से शुरू किया जाएगा.''Municipal Corporation Jagdalpur

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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