बस्तर: बस्तर संभाग का हाईप्रोफाईल सीट कोंटा विधानसभा सीट पर जबरदस्त मुकाबला है. यहां से कांग्रेस के दिग्गज नेता कवासी लखमा और बीजेपी से सोयम मुका चुनावी मैदान में है. इस सीट पर कवासी लखमा फिर से जीत हासिल किए हैं.
जीत हार का फैक्टर: कोंटा विधानसभा क्षेत्र आदिवासियों के लिए रिजर्व है. इस सीट पर माड़िया, हल्बा, मुरिया, दोरला जाति के लोगों का दबदबा है. इसी जाति के लोग यहां प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करते हैं. यही कारण है कि यहां पार्टी भी इसी जाति से अपना प्रत्याशी उतारती है. इसके अलावा कोंटा विधानसभा क्षेत्र में माहरा, सुंडी, भतरा, राऊत, मारवाड़ी, मुस्लिम सहित अन्य समाज के लोग भी रहते हैं.
कोंटा विधानसभा सीट का महत्व: कोंटा विधानसभा सीट हाईप्रोफाइल सीटों में से एक है. इस सीट से छत्तीसगढ़ के कवासी लखमा लागातर जीत दर्ज करते आ रहे हैं. इस सीट से 1998 से ही कवासी लखमा को जीत मिलती आ रही है. कवासी लखमा मौजूदा समय में छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री भी हैं. इस क्षेत्र आदिवासी बहुल क्षेत्र है. ये सीट शुरू से ही कांग्रेस का गढ़ रहा है.
एक नजर साल 2018 के नतीजे पर: कोंटा विधानसभा सीट पर साल 2018 में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. पिछले चुनाव में यहां 55 फीसद मतदान हुआ था. कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा को 31933 वोट मिले थे. जबकि बीजेपी के प्रत्याशी धनीराम बरसे को 25224 वोट मिले थे. वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस को 35 फीसद जबकि भाजपा को 28 फीसद वोट हासिल हुए थे.