जगदलपुर: बस्तर संभाग में कुल 12 विधानसभा सीटें हैं. कहते हैं कि बस्तर के रास्ते ही छत्तीसगढ़ सियासत का रास्ता तय होता है. बस्तर के 12 विधानसभा सीटों में जगदलपुर विधानसभा सीट अनारक्षित है. जगदलपुर विधानसभा सीट साल 2008 के विधानसभा चुनाव से पहले तक आदिवासियों के लिए आरक्षित सीट थी. हालांकि साल 2008 के विधानसभा चुनाव के बाद इस सीट को सामान्य सीट घोषित कर दिया गया. 2018 में जगदलपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रेखचंद जैन ने जीत दर्ज की. इस सीट पर इससे पहले पिछले 10 सालों से भाजपा का राज था.
कांग्रेस के जतिन और बीजेपी की किरण में भिड़ंंत: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए जगदलपुर सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुख्य मुकाबला देखा जा रहा है. कांग्रेस ने पूर्व महापौर रहे जतिन जायसवाल को जगदलपुर सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है. वहीं भाजपा ने भी जगदलपुर से पूर्व महापौर रहे किरण देव को अपना प्रत्याशी बनाया है. इस बार जगलपुर सीट पर मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के पूर्व महापौर के बीच होगा.
जगदलपुर विधानसभा सीट को जानिए: जगदलपुर विधानसभा सीट अनारक्षित है. यहां करीब 60 से 65 फीसदी आबादी सामान्य लोगों की है. इस सीट पर माहरा, धुरवा, मुरिया, माड़िया, सुंडी, मारवाड़ी लोग भी रहते हैं. यहां 35 से 40 फीसदी आबादी आदिवासियों की है. इस विधानसभा में पार्टियों का फोकस सामान्य कैटेगिरी के लोगों पर रहता है. माहरा समाज के लोगों की संख्या अधिक होने के कारण साल 2013 के चुनाव में कांग्रेस ने माहरा जाति के शामू कश्यप को अपना प्रत्याशी बनाया था.
जगदलपुर विधानसभा सीट पर मतदाताओं की संख्या: जगदलपुर विधानसभा सीट में कुल 206122 मतदाता हैं. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 98855 है. जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 107238 है. थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 29 है. इस सीट पर महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है.
क्या हैं मुद्दे और समस्याएं: जगदलपुर विधानसभा में मुख्य मुद्दा मूलभूत सुविधाओं का है. अंदरूनी इलाकों में आजादी के 75 साल बाद भी ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. विधानसभा में विधायक निर्वाचित होने के बाद भी गांव तक नहीं पहुंचते हैं. यहां के ग्रामीणों की समस्या को नहीं सुनते. यही कारण है कि बिजली, पानी और सड़क की समस्या यहां सबसे अधिक है. जगदलपुर विधानसभा के झीरम गांव की तस्वीर नहीं बदली है. आज भी ग्रामीण झरिया या पोखर का पानी पीने को मजबूर हैं. यहां स्थित नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण का भी मुद्दा सबसे बड़ा है. बेरोजगारी की समस्या इस विधानसभा में अधिक देखने को मिलती है.
2018 विधानसभा चुनाव में कैसी रही तस्वीर: छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव में जगदलपुर विधानसभा सीट पर वोटिंग 53 फीसदी रहा. कांग्रेस के उम्मीदवार रेखचंद जैन को 76 हजार 556 वोट मिला था. भाजपा के उम्मीदवार संतोष बाफना को 49 हजार 116 वोट मिले थे. कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के उम्मीदवार मंगलराम कश्यप को कुल 3020 वोट मिला था. इस चुनाव में कुल 21 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी. जिसमें कांग्रेस के उम्मीदवार रेखचंद जैन ने भाजपा के प्रत्याशी संतोष बाफना से 27 हजार 440 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी.
यहां मारवाड़ी समाज है विनिंग फैक्टर : बस्तर संभाग का एकमात्र जगदलपुर विधानसभा सीट अनारक्षित है. इस विधानसभा में सबसे अधिक सामान्य लोगों की जनसंख्या है, जिसमें मारवाड़ी समाज, माहरा समाज सहित अन्य समाज शामिल हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही प्रत्याशी मारवाड़ी समाज से थे. इससे पहले भाजपा के प्रत्याशी संतोष बाफना इस विधानसभा से विधायक चुनकर आए थे. 2018 के विधानसभा चुनाव में मारवाड़ी समाज के लोगों ने कांग्रेस के प्रत्याशी रेखचंद जैन को अपना वोट दिया. जिसके कारण 27 हजार 440 वोट से रेखचंद जैन ने जीत दर्ज की.