जगदलपुर: छत्तीसगढ़ बस्तर संभाग का कोंटा विधानसभा सीट कांग्रेस का अभेद किला है. इस क्षेत्र से आबकारी मंत्री कवासी लखमा विधायक हैं. लखमा को हराने के लिए भाजपा नेता हूंगा राम मरकाम ने अपना करियर दांव पर लगा दिया है. दरअसल, कोंटा विधानसभा से कवासी लखमा ने अपनी दावेदारी का आवेदन जमा किया. इस दौरान हूंगा राम ने लखमा के दोबारा जीतने पर संन्यास लेने का दावा किाय है.
कोंटा से कवासी लखमा ने पेश की दावेदारी: कोंटा से कांग्रेस की तरफ से एक ही आवेदन जमा किया गया है. कोंटा से कवासी लखमा ने ही दावेदारी पेश की है. इसके अलावा जिले के तीनों विधानसभा से 48 आवेदन मिले हैं. इन आवेदनों में जगदलपुर विधानसभा से 31 आवेदन, चित्रकोट विधानसभा से 14 आवेदन और बस्तर विधानसभा से चार आवेदन मिले हैं. आज यह आवेदन कांग्रेस जिला अध्यक्ष को सभी ब्लॉक अध्यक्ष को सौंपेंगे. इसके बाद यह पीसीसी अध्यक्ष को सौंपा जायेगा. जिसके बाद छत्तीसगढ़ के 90 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी अपने प्रत्याशियों का नाम घोषित करेगी.
यदि कोंटा विधानसभा से कवासी लखमा फिर से जीत हासिल करते हैं तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा. -हूंगा राम मरकाम, पूर्व जिला अध्यक्ष, बीजेपी
कांग्रेस का अभेद किला है कोंटा: दरअसल बस्तर संभाग का कोंटा विधानसभा सीट, कांग्रेस का अभेद किला है, जिसे तोड़ पाना बेहद ही मुश्किल है. क्योंकि पिछले 25 सालों से यहां कांग्रेस का राज है. साल 1998 में पहली बार कवासी लखमा ने कोंटा से जीत हासिल की थी.