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बस्तर में मौसम के बदले मिजाज बढ़ा सकती है किसानों की परेशानी, बारिश से खड़ी फसल खराब होने की संभावना

बस्तर (Bastar) जिले में बदलते मौसम (changing seasons) ने किसानों (Farmers) को फिर चिंता में डाल दिया है. दरअसल, बस्तर के कई इलाकों में मौसम खराब होने से खड़ी फसल के बर्बाद (crop wasted) होने की पूरी आशंका जताई जा रही है.

Possibility of damage to standing crop due to rain
बारिश से खड़ी फसल खराब होने की संभावना
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Published : Nov 12, 2021, 7:50 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुरः छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar)जिले में बदलते मौसम (changing seasons)ने किसानों (Farmers) की चिंता बढ़ा दी है. पिछले 2 दिनों से बस्तर के मौसम में आये बदलाव की वजह से घने बादल छाए हुए हैं. साथ ही कई इलाकों में बूंदाबांदी भी शुरू हो गई है. इस बदलते मौसम की वजह से खड़ी फसल को नुकसान (crop wasted) पहुंचने की पूरी संभावना जताई जा रही है. इधर जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक ग्रामीणों ने फसल कटाई शुरू नहीं की है. ऐसे में अचानक मौसम बदलने की वजह से अब किसानों की चिंता दिखने लगी है.

बरसात की मार झेल रहे बस्तरवासी

बता दें कि पहले ही बरसात की मार झेल रहे बस्तर के किसानों को इस बदलते मौसम ने और भी परेशानी में डाल दिया है. मौसम विभाग के अधिकारी की मानें तो आने वाले 5 दिनों तक बस्तर में बारिश होने की पूरी संभावना बनी हुई है.

आखिरकार 20 साल बाद रायपुर में सेंट्रल पेंशन प्रोसेसिंग सेल की शाखा खुली

ये हैं मौसम के हालात

मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक एक अवदाब पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है. इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है. इसके प्रभाव से बीते 11 नवंबर गुरुवार से बस्तर के एक-दो जगहों पर हल्की बारिश और गरज चमक के साथ बूंदाबांदी हो रही है. प्रदेश में न्यूनतम तापमान में वृद्धि संभावित है.

5 से 6 दिनों तक बारिश की संभावना

वहीं, समूचे बस्तर संभाग के साथ ही दक्षिण छत्तीसगढ़ में अगले 5 से 6 दिनों तक घने बादल छाए रहने के साथ बारिश होने की पूरी संभावनाएं बनी हुई है. इधर बस्तर में कल से ही घने बादल छाए हुए हैं और हल्की बारिश भी शुरू हो गई है. बारिश से सबसे ज्यादा चिंता बस्तर के किसानों को सताने लगी है. दरअसल नवंबर माह में नये फसल की कटाई की जाती है और कुछ जगहों को छोड़कर बस्तर जिले और संभाग में अब तक फसल कटाई शुरू नहीं की गई है. ऐसे में अगर बारिश होती है तो फसल में दिमक और कीड़े पड़ने की पूरी संभावना है. वहीं इसके बचाव के लिए भी कोई उपाय और साधन नहीं है. बता दें कि पहले ही अल्प वर्षा का शिकार हुए बस्तर के किसान बेमौसम बारिश से काफी परेशान है.

फसल बर्बाद होने के पूरे आसार

वहीं, इस विषय में जिले के कृषि अधिकारी बताते हैं कि बस्तर जिले में अल्प वर्षा की वजह से बस्तर और भानपुरी इलाके में पहले से ही सूखे की स्थिति है. वहीं जैसे-तैसे किसानों ने थोड़ी बहुत फसल भी लगाई है. ऐसे में अगर बारिश होती है, तो किसानो को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है. क्योंकि यह समय फसल कटाई का है. ऐसे समय पर मौसम में अचानक बदलाव की वजह से बारिश होती है, तो फसल खराब होने के पूरी संभावना बनी हुई है. हालांकि अधिकारी का कहना है कि अगर बारिश होती है तो यह नुकसान प्राकृतिक आपदा में शामिल हो जाएगी. लेकिन खड़ी फसल खराब होने से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. इधर मौसम विज्ञानी ने आने वाले 5 दिनों तक बस्तर संभाग के कई जिलों में बारिश होने की पूरी संभावना जताई है.

जगदलपुरः छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar)जिले में बदलते मौसम (changing seasons)ने किसानों (Farmers) की चिंता बढ़ा दी है. पिछले 2 दिनों से बस्तर के मौसम में आये बदलाव की वजह से घने बादल छाए हुए हैं. साथ ही कई इलाकों में बूंदाबांदी भी शुरू हो गई है. इस बदलते मौसम की वजह से खड़ी फसल को नुकसान (crop wasted) पहुंचने की पूरी संभावना जताई जा रही है. इधर जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक ग्रामीणों ने फसल कटाई शुरू नहीं की है. ऐसे में अचानक मौसम बदलने की वजह से अब किसानों की चिंता दिखने लगी है.

बरसात की मार झेल रहे बस्तरवासी

बता दें कि पहले ही बरसात की मार झेल रहे बस्तर के किसानों को इस बदलते मौसम ने और भी परेशानी में डाल दिया है. मौसम विभाग के अधिकारी की मानें तो आने वाले 5 दिनों तक बस्तर में बारिश होने की पूरी संभावना बनी हुई है.

आखिरकार 20 साल बाद रायपुर में सेंट्रल पेंशन प्रोसेसिंग सेल की शाखा खुली

ये हैं मौसम के हालात

मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक एक अवदाब पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है. इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है. इसके प्रभाव से बीते 11 नवंबर गुरुवार से बस्तर के एक-दो जगहों पर हल्की बारिश और गरज चमक के साथ बूंदाबांदी हो रही है. प्रदेश में न्यूनतम तापमान में वृद्धि संभावित है.

5 से 6 दिनों तक बारिश की संभावना

वहीं, समूचे बस्तर संभाग के साथ ही दक्षिण छत्तीसगढ़ में अगले 5 से 6 दिनों तक घने बादल छाए रहने के साथ बारिश होने की पूरी संभावनाएं बनी हुई है. इधर बस्तर में कल से ही घने बादल छाए हुए हैं और हल्की बारिश भी शुरू हो गई है. बारिश से सबसे ज्यादा चिंता बस्तर के किसानों को सताने लगी है. दरअसल नवंबर माह में नये फसल की कटाई की जाती है और कुछ जगहों को छोड़कर बस्तर जिले और संभाग में अब तक फसल कटाई शुरू नहीं की गई है. ऐसे में अगर बारिश होती है तो फसल में दिमक और कीड़े पड़ने की पूरी संभावना है. वहीं इसके बचाव के लिए भी कोई उपाय और साधन नहीं है. बता दें कि पहले ही अल्प वर्षा का शिकार हुए बस्तर के किसान बेमौसम बारिश से काफी परेशान है.

फसल बर्बाद होने के पूरे आसार

वहीं, इस विषय में जिले के कृषि अधिकारी बताते हैं कि बस्तर जिले में अल्प वर्षा की वजह से बस्तर और भानपुरी इलाके में पहले से ही सूखे की स्थिति है. वहीं जैसे-तैसे किसानों ने थोड़ी बहुत फसल भी लगाई है. ऐसे में अगर बारिश होती है, तो किसानो को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है. क्योंकि यह समय फसल कटाई का है. ऐसे समय पर मौसम में अचानक बदलाव की वजह से बारिश होती है, तो फसल खराब होने के पूरी संभावना बनी हुई है. हालांकि अधिकारी का कहना है कि अगर बारिश होती है तो यह नुकसान प्राकृतिक आपदा में शामिल हो जाएगी. लेकिन खड़ी फसल खराब होने से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. इधर मौसम विज्ञानी ने आने वाले 5 दिनों तक बस्तर संभाग के कई जिलों में बारिश होने की पूरी संभावना जताई है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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