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बस्तर में बढ़े दहेज प्रताड़ना और महिला उत्पीड़न के केस, तत्पर नहीं दिख रही पुलिस

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Published : Mar 8, 2021, 4:55 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर में लगातार महिला उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं. खासकर बलात्कार, दहेज प्रताड़ना और हिंसा का केस पिछले 2 सालों से बढ़ते ही जा रहा है. आंकड़ों के मुताबिक बीते 2 साल में दहेज प्रताड़ना के कुल 52 केस सामने आए हैं. इसमें 8 महिलाओं की मौत भी हो चुकी है.

Cases of dowry harassment and women harassment increased in Bastar
बस्तर में बढ़े दहेज प्रताड़ना और महिला उत्पीड़न के मामले

जगदलपुरः जिले में भले ही नक्सल वारदातों में कमी आई है, लेकिन महिला उत्पीड़न के केस में लगातार वृद्धि हो रही है. बलात्कार, दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा के केस बीते 2 साल से बढ़ते ही जा रहे हैं. दहेज प्रताड़ना के केस में 2020 में अकेले बस्तर में 5 महिलाओं की मौत हो चुकी है. 2019 में 3 महिलाओं की दहेज प्रताड़ना के केस में मौत हुई है.

जिले के शहरी और ग्रामीण अंचलों में बलात्कार के केस में लगातार वृद्धि हुई है. पुलिस के आला अधिकारियों का दावा है कि पुलिस लगातार ऐसे मामलों में गंभीरता से कार्रवाई कर रही है, लेकिन लगातार बढ़ रहे मामले को रोक पाने में पुलिस नाकाम भी हो रही है.


SPECIAL: राजधानी बन रही महिलाओं की 'न्यायधानी', संवेदना कक्ष में सुनी जा रही परेशानी

बस्तर पुलिस की आंकड़े कर रहे परेशान
बस्तर में भी पिछले कुछ सालों में दहेज प्रताड़ना के साथ-साथ महिला उत्पीड़न के मामले बढ़े हैं. पिछले 2 सालों के आंकड़ों के मुताबिक दहेज प्रताड़ना के कुल 52 मामले सामने आए हैं. इसमें इन 2 सालों में 8 लोगों की मौत भी हो चुकी है. इसके अलावा बलात्कार के 300 मामले पुलिस ने दर्ज किए हैं. साल 2021 में भी लगातार महिलाओं पर अत्याचार और दहेज प्रताड़ना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. हालांकि बस्तर पुलिस कुछ मामलों में त्वरित कार्रवाई भी कर रही है.

पेंडिंग मामलों में जल्द होगी कार्रवाई
आयशा आत्महत्या केस सामने आने के बाद बस्तर पुलिस दहेज प्रताड़ना को लेकर काफी गंभीर दिख रही है. लंबित केस में कार्रवाई की बात कर रही है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि महिला उत्पीड़न संबंधित मामलों में बकायदा महिला डेस्क बनाकर कार्रवाई की जा रही है. टीम में एक डीएसपी रैंक के अधिकारी की तैनाती भी की गई है. हालांकि ऐसे मामलों में सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के मुताबिक काम करना होता है. जिससे थोड़ा लेट जरूर होता है, लेकिन दहेज प्रताड़ना से पीड़ित महिलाओं के केस को पुलिस गंभीरता से कार्रवाई करती है. बस्तर एसपी का कहना है कि जल्द ही दहेज प्रताड़ना से लेकर महिला उत्पीड़न के पेंडिंग मामलों को सुलझा लिया जाएगा.

आयशा आत्महत्या केस ने सबको चौंकाया
हाल ही में हुई आयशा आत्महत्या का केस देश में सुर्खियां बनी हुई है. अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट से नदी में कूदकर जान देने वाली आयशा कुमावत ने सबको झकझोर कर रख दिया है. आयशा का शौहर दहेज के लिए उसे अक्सर परेशान किया करता था. न जाने कितनी आयशा रोज दहेज को लेकर प्रताड़ित की जाती है और न जाने कितनी महिला मौत को गले लगा लेती है.

जगदलपुरः जिले में भले ही नक्सल वारदातों में कमी आई है, लेकिन महिला उत्पीड़न के केस में लगातार वृद्धि हो रही है. बलात्कार, दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा के केस बीते 2 साल से बढ़ते ही जा रहे हैं. दहेज प्रताड़ना के केस में 2020 में अकेले बस्तर में 5 महिलाओं की मौत हो चुकी है. 2019 में 3 महिलाओं की दहेज प्रताड़ना के केस में मौत हुई है.

जिले के शहरी और ग्रामीण अंचलों में बलात्कार के केस में लगातार वृद्धि हुई है. पुलिस के आला अधिकारियों का दावा है कि पुलिस लगातार ऐसे मामलों में गंभीरता से कार्रवाई कर रही है, लेकिन लगातार बढ़ रहे मामले को रोक पाने में पुलिस नाकाम भी हो रही है.


SPECIAL: राजधानी बन रही महिलाओं की 'न्यायधानी', संवेदना कक्ष में सुनी जा रही परेशानी

बस्तर पुलिस की आंकड़े कर रहे परेशान
बस्तर में भी पिछले कुछ सालों में दहेज प्रताड़ना के साथ-साथ महिला उत्पीड़न के मामले बढ़े हैं. पिछले 2 सालों के आंकड़ों के मुताबिक दहेज प्रताड़ना के कुल 52 मामले सामने आए हैं. इसमें इन 2 सालों में 8 लोगों की मौत भी हो चुकी है. इसके अलावा बलात्कार के 300 मामले पुलिस ने दर्ज किए हैं. साल 2021 में भी लगातार महिलाओं पर अत्याचार और दहेज प्रताड़ना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. हालांकि बस्तर पुलिस कुछ मामलों में त्वरित कार्रवाई भी कर रही है.

पेंडिंग मामलों में जल्द होगी कार्रवाई
आयशा आत्महत्या केस सामने आने के बाद बस्तर पुलिस दहेज प्रताड़ना को लेकर काफी गंभीर दिख रही है. लंबित केस में कार्रवाई की बात कर रही है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि महिला उत्पीड़न संबंधित मामलों में बकायदा महिला डेस्क बनाकर कार्रवाई की जा रही है. टीम में एक डीएसपी रैंक के अधिकारी की तैनाती भी की गई है. हालांकि ऐसे मामलों में सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के मुताबिक काम करना होता है. जिससे थोड़ा लेट जरूर होता है, लेकिन दहेज प्रताड़ना से पीड़ित महिलाओं के केस को पुलिस गंभीरता से कार्रवाई करती है. बस्तर एसपी का कहना है कि जल्द ही दहेज प्रताड़ना से लेकर महिला उत्पीड़न के पेंडिंग मामलों को सुलझा लिया जाएगा.

आयशा आत्महत्या केस ने सबको चौंकाया
हाल ही में हुई आयशा आत्महत्या का केस देश में सुर्खियां बनी हुई है. अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट से नदी में कूदकर जान देने वाली आयशा कुमावत ने सबको झकझोर कर रख दिया है. आयशा का शौहर दहेज के लिए उसे अक्सर परेशान किया करता था. न जाने कितनी आयशा रोज दहेज को लेकर प्रताड़ित की जाती है और न जाने कितनी महिला मौत को गले लगा लेती है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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