जगदलपुर : बोधघाट में शादी के बाद लापता हुई महिला की हत्या के आरोप में उसके ससुराल पक्ष के लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी महिला का पति ही निकला जिसने उसके साथ जीने मरने की कसम खाई थी. पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद पति की तलाश शुरु की.लेकिन वो भाग चुका था. महिला के पति के रिश्तेदारों को हिरासत में लेने पर पूरा मामला खुला. जिसमें उन्होंने पुलिस को अहम सुराग (case of burial of dead body after murder) दिए.
कैसे मिला हत्या का सुराग : ASP निवेदिता पाल ने बताया कि 27 सितंबर को मृतिका और उसके पति जगदलपुर से गिरोला मंदिर दर्शन करने गए हुए थे और मंदिर से लौटने के दौरान मृतिका सीमा यादव अपने घर नहीं लौटी. जिसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत बोधघाट थाने में की. शिकायत मिलने के बाद गुम महिला की पतासाजी शुरू की गई. जांच के दौरान मृतिका के पति की भी तलाश की जा रही थी जो फरार था. जिसे गिरफ्तार करने में बस्तर पुलिस को कड़ी मेहनत करना पड़ा और चार राज्य झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और बिहार में कैंप लगाया गया. जिसके बाद पुलिस ने फरार पति की उपस्थिति ओडिशा के पुरी में होना पाया, जहाँ पूरी पहुंचकर संदेही पति जयशंकर पांडे को पुलिस ने धर दबोचा और पूछताछ के लिए बस्तर लाया गया. जिसने पूछताछ में अपनी पत्नी की हत्या करने का जुर्म स्वीकार किया और शव को अपने घर के पीछे परउगुड़ा में पिता और भाई की मदद से जमीन में गाड़ने की बात कही. आरोपी जयशंकर पांडे की निशानदेही पर परउगुड़ा में कार्यपालक दंडाधिकारी के अनुमति से चिन्हित स्थल पर शव की खुदाई की गई. इस खुदाई में पुलिस ने एक महिला का शव बरामद किया और उसकी पहचान गुम महिला सीमा यादव के रूप में परिजनों ने की. जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए डीमरापाल अस्पताल रवाना कर दिया. इस मामले में तीनों आरोपी जयशंकर पांडे, चिंतामणि पांडेय, विक्रम पांडेय के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करके न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया (accused arrested in jagdalpur) है.
ये भी पढ़ें- बोधघाट में गुम महिला का मिला शव, हत्या की आशंका
ऐसे दिया वारदात को अंजाम : आरोपी जयशंकर पांडे ने बताया कि उनका विवाह 2021 में जगदलपुर के निवासी सीमा यादव के साथ हुआ था. दोनों के बीच पारिवारिक विवाद के कारण अक्सर लड़ाई-झगड़ा हुआ करता था. आरोपी जय शंकर पांडे अपनी पत्नी के चरित्र पर भी शक किया करता था. उसे अपने रास्ते से हटाने की नीयत से योजना तैयार किया और 27 सितंबर को जगदलपुर से गिरोला मंदिर से वापसी के दौरान अपने गांव परउगुड़ा ले गया. सड़क के किनारे झाड़ियों में ले जाकर मृतिका का गला दबाया और अपने पास रखे धारदार चाकू से गला काटकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को झाड़ी में छिपा दिया. देर रात करीब 12:00 बजे आरोपी जयशंकर पांडे अपने पिता चिंतामणि पांडे और भाई विक्रम पांडे के साथ मिलकर शव को छुपाने के लिए अपने घर के पीछे झाड़ियों में गड्ढा खोदकर जमीन के अंदर दफना दिया था.