जगदलपुर: डिमरापाल स्थित मेडिकल कॉलेज के नॉन कोविड मरीजों को महारानी अस्पताल में शिफ्ट करने का निर्णय लिया है . इसके लिए बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने शहर के महारानी अस्पताल (Maharani Hospital Bastar) का निरीक्षण किया. बस्तर कलेक्टर का कहना है कि नॉन कोविड मरीजों को जिला महारानी अस्पताल में शिफ्ट करने से मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Medical College Hospital Jagdalpur) में 60 बेड कोविड मरीजों के लिए खाली हो जाएंगे. मेडिसिन वार्ड को पहले फेस में शिफ्ट किया जा रहा है जिसके बाद जरूरत पड़ने पर सर्जरी और ऑर्थो वार्ड को दूसरे फेस में शिफ्ट करने की तैयारी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग करेगा.
महारानी अस्पताल में भी मिल सकती है कोविड वार्ड की सुविधा
वहीं अगर कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती है तो महारानी अस्पताल के मेडिसिन वार्ड के अन्य 120 बेड को तीसरे फेस में कोविड वार्ड बनाया जाएगा. इसके लिए वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था (Oxygen cylinder system) महारानी अस्पताल में की जा रही है. उन्होंने बताया कि फिलहाल महारानी अस्पताल में 35 बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था मौजूद है. कोरोना संक्रमण शहर में ना फैले इसलिए शहर में स्थित महारानी अस्पताल में मरीजों की भर्ती कोरोना जांच के बाद ही की जा रही है.
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कोविड अस्पताल में 260 बेड की सुविधा
कलेक्टर ने बताया कि लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. इसकी रोकथाम के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही है. डिमरापाल अस्पताल में कोविड बेड की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. कलेक्टर ने बताया कि वर्तमान में डिमरापाल कोविड अस्पताल में 200 बेड की सुविधा है. वहीं मेडिसिन वार्ड के 60 बेड शिफ्ट किये जाने से अब 260 बेड की सुविधा अस्पताल में मरीजों को मिल सकेगी.
ग्रामीण बरत रहे सावधानी
कलेक्टर ने बताया कि शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में भी पूरी तरह से प्रशासन की टीम निगरानी रखी हुई है. शहरी क्षेत्र के मुकाबले ग्रामीण अंचलों में लोग ज्यादा सावधानी बरत रहे हैं. वहीं सभी जनपद के सीईओ को भी पंचायतों की निगरानी का प्रभार सौंपा गया है.