जगदलपुर: मानवता की मिसाल पेश करते हुए 8 महीने से बेटों से बिछड़ी मां को बस्तर पुलिस ने मिलाया है. महिला मानसिक रूप से कमजोर है. 8 महीने पहले आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा स्थित दुर्गा मंदिर से भटककर 500 किलोमीटर दूर वो बस्तर पहुंच आई थी. तेलुगू में बात करने के कारण कोई भी उसकी भाषा को नहीं समझ पा रहा था. महिला को तेलुगू बोलता देखते लोगों ने इसकी जानकारी डायल-112 को दी. जिसके बाद पुलिस इस बुजुर्ग महिला को अपने साथ परपा थाना लेकर आई. तेलुगू भाषी पुलिस स्टाफ ने महिला से उसके घर के बारे में पूछा.
महिला से जानकारी लेने के बाद बस्तर पुलिस ने वेस्ट गोदावरी जिले के देउरपल्ली थाने में संपर्क किया. देउरपल्ली पुलिस ने महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज होने की जानकारी दी. इसके बाद महिला के बेटों को इसकी जानकारी दी. गुरुवार को महिला के दोनों बेटे जगदलपुर पहुंचे. इसके बाद महिला को दोनों बेटों को सौंप दिया गया. मां से मिलने के बाद बेटों ने बस्तर पुलिस का धन्यवाद किया.
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इस तरह बिछड़े बेटों से मिली मां
केशलूर क्षेत्र के एसडीओपी ऐश्वर्य चंद्राकर ने कहा कि 2 दिन पहले महिला को मुड़मा ग्राम में ग्रामीणों ने देखा था. इसके बाद डायल- 112 को इसकी सूचना दी. डायल-112 उसे परपा थाने लेकर आई. तेलुगू भाषी होने की वजह से इस भाषा को जानने वाले स्टाफ ने महिला से उसके घर का पता पूछा. बुजुर्ग महिला ने बताया कि वह आंध्र प्रदेश के देउरपल्ली गांव वेस्ट गोदावरी जिले की रहने वाली है. पिछले 8 माह से अपने बेटों से बिछड़ गई थी. वह पैदल चलते हुए और राहगीरों से मदद लेकर बस्तर पहुंच गई. तेलुगू भाषा में बात करने की वजह से महिला को कोई मदद नहीं मिल पा रही थी. इसके बाद परपा पुलिस ने वेस्ट गोदावरी जिले के देउरपल्ली थाने में संपर्क किया. देउरपल्ली थाना प्रभारी ने भी बताया कि बुजुर्ग महिला के बेटों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. कई महीनों से पुलिस भी उसे ढूंढ रही है. जिसके बाद दोनों बेटे अपनी मां को वापस ले जाने के लिए जगदलपुर पहुंचे. बेटों के पहुंचने के बाद उन्हें सौंप दिया गया. दोनों ही बेटों ने बस्तर पुलिस का धन्यवाद किया. वहीं 8 माह के बाद अपने दोनों बेटों से मिली बुजुर्ग महिला भावुक हो गई. महिला ने भी पुलिस का धन्यवाद किया.
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पुलिस ने बस में बैठकर किया विदा
महिला के बेटे महेंद्र राव ने बताया कि वह 8 महीने से काफी परेशान थे. उनकी मां विजयवाड़ा दुर्गा मंदिर से भटककर चली आई थी. काफी महीनों से आंध्र पुलिस और वे खुद मां की तलाश कर रहे थे. फिलहाल बस्तर पुलिस ने बुजुर्ग महिला और दोनों बेटों को बस में बैठाकर विदा किया.
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