बस्तर: बस्तर के ग्रामीण आज भी शुद्ध पेयजल के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. पेयजल की समस्या से जूझ रहे सैंकड़ो ग्रामीण गुरुवार को जिला मुख्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने कलेक्टर के सामने अपनी जल संबंधी मांग को रखने का काम किया. साथ ही शासन के नाम का ज्ञापन सौंपा. बता दें कि ये सभी ग्रामीण जमावाड़ा गांव के रहने वाले हैं. सालों से ये ग्रामीण पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं.
पेयजल समस्या को लेकर जमावड़ा गांव की महिला पंच सरबती नाग ने बताया कि, "पीने के पानी के लिए ग्रामीणों को दो किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. इसके बाद उन्हें पीने के लिए पानी मिलता है. 2 साल पहले जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांव में पाइपलाइन का काम किया किया गया है. पानी टंकी भी बनाई गई है. हालांकि पानी की सप्लाई का काम पूरा नहीं हो पाया है. जिससे लोगों को परेशानी हो रही है"
हर दिन ग्रामीण पानी की समस्या लेकर आते हैं. सवाल करते हैं कि कब पानी की समस्या खत्म होगी. गांव में जल जीवन मिशन योजना का काम अधूरा है. इसे लेकर लगातार पीएचई विभाग से संपर्क किया गया है. हालांकि अब तक कोई पहल नहीं की गई है. ठेकेदार से भी मोबाइल फोन के माध्यम से लगातार संपर्क किया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. -रैतु नाग, सरपंच पति
बता दें कि पेयजल की समस्या को लेकर गांव के सभी ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे. ग्रामीणों ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा. बस्तर में लगातार जनप्रतिनिधि और अधिकारियों की ओर से जल जीवन मिशन का ढांचा तैयार किया जा रहा है. हालांकि जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ है. यही कारण है कि जमावाड़ा गांव के ग्रामीण पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं.