बस्तर: सुकमा में बीते 5 सितंबर को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने दो इनामी नक्सली रवा देवा और सोढ़ी कोसा को मार गिराया. जिसके बाद नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर फर्जी मुठभेड़ करने का आरोप लगाया. नक्सलियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर फर्जी एनकाउंटर में निर्दोष आदिवासियों की हत्या का आरोप पुलिस पर लगाया. नक्सलियों के इस आरोप पर बस्तर आईजी सुंदरराज पी भड़क गए और नक्सलियों को सख्त चेतावनी दी.
आईजी सुंदरराज पी की नक्सलियों को चेतावनी: बस्तर आईजी ने ताड़मेटला के जंगल में हुई मुठभेड़ के बारे में झूठे तथ्य पेश कर जनता को गुमराह करने का आरोप नक्सलियों पर लगाया. आईजी ने कहा मारे गए नक्सली रवा देवा और सोढ़ी कोसा लगातार कई महीनों से इलाके में जनता को बाहरी नक्सलियों के इशारे पर प्रताड़ित कर रहे थे. ये कैडर उपसरपंच माड़वी गंगा, शिक्षादूत कवासी सुक्का और मजदूर कोरसा कोसा की हत्या में शामिल थे.
48 घंटे के अंदर नक्सलियों से मांगा जवाब: बस्तर आईजी ने नक्सलियों को 48 घंटे के अंदर जनता के सामने सही तथ्य पेश करने की चेतावनी दी. उन्होंने नक्सलियों से सवाल किया कि यदि ताड़मेटला में उपसरपंच, शिक्षादूत और मजदूर की हत्या में रवा देवा और सोढ़ी कोसा की भूमिका नहीं है, तो कौन नक्सली शामिल थे? उनके नाम के साथ उनकी पूरा डीटेल 48 घंटे के अंदर दें.
सुकमा के ताड़मेटला के जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी पर सीआरपीएफ और डीआरजी की टीम को सर्चिंग के लिए रवाना किया गया था. जहां नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में सुरक्षा बल के जवानों ने एक-एक लाख रुपए के दो इनामी नक्सलियों को मार गिराया था. इस दौरान जवानों ने घटना स्थल से हथियार भी बरामद किए थे.