जगदलपुरः बस्तर में उत्तर प्रदेश के कई मजदूर काम करने आए थे. जिले में जारी लॉकडाउन के बीच वो घर जाना चाहते थे. घर जाने के लिए इन मजदूरों ने जिला प्रशासन से गुहार भी लगाई थी. जिसको देखते हुए मंगलवार को बस्तर कलेक्टर और निगम आयुक्त ने एक सराहनीय पहल की है. मजदूरों को उनके घर वापस भेजा है. यह मजदूर पिछले 25 दिनों से लॉकडाउन में फंसे हुए थे. यह मजदूर सुकमा जिले के छिंदगढ़ में सफाई के लिए झाड़ू बनाने का काम करते थे. और कोरोना की वजह से किए गए लॉकडाउन के बाद वे जैसे तैसे जगदलपुर पहुंचकर अपना गुजर बसर कर रहे थे.
सुकमा में झाड़ू बनाने का काम करते थे मजदूर
लॉकडाउन में फंसे मजदूरों ने बताया कि वे झाड़ू बनाने का काम करते हैं. सभी मजदूर उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले थे. यह करीब 15 की संख्या में बस्तर संभाग के सुकमा जिला आए हुए थे. सुकमा के छिंदगढ़ में तंबू में रहकर झाड़ू बनाने का काम करते थे. लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते बस्तर में लॉकडाउन कर दिया गया है. इस दौरान उनका काम बंद हो गया. जिससे वे बेरोजगार हो गए और घर जाना चाहते थे. सभी मजदूर किसी तरह जगदलपुर शहर तक पहुंच गए. लेकिन वहां से आगे जाना सभंव नहीं था. इन मजदूरों ने घर जाने के लिए कलेक्टर से भी अपील की थी.
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कलेक्टर और निगम आयुक्त ने मजदूरों को पहुंचाया उत्तर प्रदेश
मजदूरों की अपील पर कलेक्टर और निगम आयुक्त ने इन्हें घर पहुंचाने का निर्देश दिया. इन सभी 15 लोगों को मंगलवार को इनके गांव भेजा गया. मजदूरों को बस्तरिया बैक बेंचर्स के युवाओं ने मास्क और सैनिटाइजर देने के साथ ही उन्हें अच्छे सफर के लिए गुलाब का फूल भी दिया. जिला प्रशासन के अनुसार मजदूर बस्तर से यात्री बस में सफर कर रायपुर पहुंचेंगे और वहां से ट्रेन के माध्यम से लखनऊ जाएंगे. इसके लिए बस्तर कलेक्टर और निगम आयुक्त ने पूरे इंतजाम किए हैं.