जगदलपुर: बस्तर ब्लॉक के चपका गांव की मार्कण्डेय नदी के किनारे मेसर्स गोपाल स्पंज आयरन पॉवर प्लांट प्रस्तावित है. इस प्लांट के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के किनारे जनसुनवाई रखी गई थी. इस जनसुनवाई में नारायणपुर के विधायक और हस्तशिल्प बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप के साथ-साथ जिला प्रशासन के अधिकारी भी शामिल हुए.
इस जनसुनवाई में सैकड़ों स्थानीय ग्रामीणों को बुलाया गया था. जनसुनवाई के दौरान ग्राम पंचायत चपका के सरपंच और उपसरपंच ने ग्रामीणों को बिना विश्वास में लिए ग्रामसभा कर प्रस्ताव पारित कर दिया. इस उद्योग के विरोध में बनी संघर्ष समिति ने प्रस्तावित प्लांट को 5वीं अनुसूची के नियमों का उल्लंघन बताया. जनसुनवाई का विरोध करते हुए गुस्साए ग्रामीणों ने विधायक के वाहन और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस के वाहन पर जमकर पथराव किया. ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग लगभग 3 घंटों तक जाम कर दिया. इस विरोध-प्रदर्शन में पुलिस-प्रशासन के दो अधिकारी समेत कुछ ग्रामीण घायल हुए हैं, जबकि शहर के एक अधिवक्ता नितिन जैन को भी गंभीर चोट आई है.
11 गांवों के लोगों ने मिलकर बनाई है संघर्ष समिति
दरसअल ग्राम के सरपंच, उपसरपंच द्वारा ग्रामवासियों को बिना सूचना दिए ही प्रस्ताव पारित किया गया. इसके विरोध में 11 गांवों के लोगों ने संघर्ष समिति बनाई. समिति के लोगों ने रविवार को जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने बताया कि प्रस्तावित स्थान किसानों की भूमि है और यहां ग्रामीण खेती कर अपना जीवनयापन करते हैं और यह जमीन खेती के लिए पूरी तरह से अनुकूल है.
बस्तर में नाराज ग्रामीणों ने प्रशासनिक वाहनों पर किया पथराव
ग्रामीणों ने सहयोग ना करने का लगाया आरोप
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इस स्पंज आयरन पॉवर प्लांट से पर्यावरण और नदी की बर्बादी होगी. उनका कहना था कि ग्रामीण इसकी रक्षा करना चाहते हैं. इसके विरोध में आए सभी ग्रामीण एक हो गए हैं और लिखित में शासन प्रशासन से इसके लिए कुछ जवाब मांगा है. शासन द्वारा कोई जवाब नहीं मिलने पर नाराज ग्रामीणों ने वाहनों में पथराव कर दिया. ग्रामीणों ने बताया कि विधायक चंदन कश्यप ने भी इस मामले में पूरी तरह से चुप्पी साध रखी थी. जिस वजह से ग्रामीणों का गुस्सा उन पर फूट पड़ा और उन्होंने विधायक की गाड़ी में तोड़फोड़ की है.
गुसाए ग्रामीणों ने NH-30 पर लगाया जाम
गुसाए ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर लगभग 3 घंटों तक चक्काजाम किया. सुरक्षा बल भी ग्रामीणों की नाराजगी को रोक नहीं पाए. जिसके बाद देर शाम जगदलपुर से अतिरिक्त सुरक्षा बलों को बुलाया गया. चक्काजाम के दौरान ग्रामीणों के साथ पुलिस की हल्की झड़प भी हुई. इसमें पुलिस के दो अधिकारियों के सिर पर चोट आई है. वहीं कुछ ग्रामीण भी घायल हुए हैं. इसके अलावा इस प्लांट के समर्थक और शहर के अधिवक्ता नितिन जैन पर भी ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. ग्रामीणों ने अधिवक्ता की भी पिटाई कर दी. जिससे उनके सिर और शरीर में काफी चोट आई है. फिलहाल घायलों का इलाज डिमरापाल अस्पताल में चल रहा है. देर शाम मान-मनौव्वल के बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम समाप्त किया. ग्रामीणों ने किसी भी कीमत पर पॉवर प्लांट नहीं लगने देने की चेतावनी दी है. इधर पुलिस-प्रशासन ग्रामीणों की पहचान कर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी में जुट गई है.