बस्तर/कांकेर: नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध का असर बस्तर में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. यहां 3 अक्टूबर को पीएम मोदी के दौरे के दिन सर्व आदिवासी समाज की ओर से बस्तर बंद का आह्वान किया गया है. इससे पहले सोमवार को अपनी 4 सूत्रीय मांगों को लेकर तीन चरण में सर्व आदिवासी समाज ने रैली निकाली.
तीन चरणों में निकाली रैली: सर्व आदिवासी समाज ने सोमवार को पहले चरण में मोटरसाइकिल, दूसरे चरण में चारपहिया वाहन और तीसरे चरण में बस में सवार होकर रैली निकाली है. इस रैली के माध्यम से समाज केन्द्र सरकार का विरोध कर रही है. रैली में हजारों की तादाद में आदिवासी शामिल हुए. ये सभी सोमवार को मोटरसाइकिल रैली निकालकर नगरनार एनएमडीसी प्लांट तक पहुंचे. यहां आदिवासियों ने धरना प्रदर्शन भी किया.
सर्व आदिवासी समाज की ओर से 4 बिंदुओं को लेकर एक दिवसीय रैली और आमसभा का आयोजन किया गया है. इनमें नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण का विरोध, एनएमडीसी का मुख्यालय बस्तर में होने की मांग, स्थानीय लोगों की भर्ती की मांग, जातिगत जनगणना कराने की मांग शामिल है. यह रैली सर्व आदिवासी समाज, ओबीसी महासभा और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंच के संयुक्त तत्वाधान में हो रहा है. -प्रकाश ठाकुर, संभागीय अध्यक्ष, सर्व आदिवासी समाज
कांग्रेस ने भी जताया विरोध: सर्व आदिवासी समाज की तरह नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण का विरोध कांग्रेस भी कर रही है. कांकेर में कांग्रेस की ओर से गांधी जयंती पर भरोसा यात्रा निकाली गई. इस दौरान कांकेर विधायक शिशुपाल शोरी ने नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण का विरोध किया है. साथ ही 3 अक्टूबर को बस्तर बंद का समर्थन किया है. इससे पहले रविवार को रायपुर में कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नगरनार स्लीट प्लांट के मुद्दे पर बस्तर बंद का आह्वान किया था. पीएम मोदी के दौरे के दिन बस्तर बंद बुलाया था
बस्तर में स्थित नगरनार स्टील प्लांट अगर प्राइवेट कंपनी को चला जाएगा, तो इस प्लांट में आरक्षण की व्यवस्था खत्म हो जाएगी. दूसरे प्रदेश के लोग आके यहां भागीदार बनेंगे. यह के लोगों को नौकरी नहीं मिलेगी. हमारा लोहा, हमारी जमीन, हमारा संस्थान इन सबका उपयोग दूसरे लोग करेंगे. इसका कांग्रेस विरोध करती है. साथ ही पीएम से मांग करती है कि इस प्लांट को निजी हाथों में बेचने का काम न करें. -राजेश तिवारी, सीएम बघेल के राजनीतिक सलाहकार
बता दें कि सर्व आदिवासी समाज की ओर से 3 अक्टूबर को बंद के आह्वान में कई वर्गों का समर्थन मिला है. इस बंद को बस्तर चैम्बर ऑफ कॉमर्स के साथ ही कांग्रेस पार्टी का भी समर्थन मिला है.