जगदलपुर : शहर के ऐतिहासिक दलपत सागर में बने बंड की वजह से जलभराव की समस्या होने पर नगर निगम की समान्य सभा में बैठक लेकर बंड को तोड़ दिया गया है, जिसके बाद दलपत सागर बचाओ मंच ने मेयर से बंड के निर्माण में लगाए गए जनता के 3 करोड रुपए की रिकवरी कराने की मांग की है'.
दलपत सागर बचाओ मंच के संयोजक संजीव शर्मा ने बताया कि, 'निगम के पूर्व महापौर किरणदेव ने इस दलपत सागर की जमीन पर आर्थिक लाभ लेने के लिए कॉलोनाइजरों के इशारे पर बंड निर्माण कराया था, जिसके खिलाफ मंच के सदस्य लगातार लड़ाई लड़ते रहे हैं, लेकिन निगम सरकार ने जनता के टैक्स के पैसे से भू-माफियाओं को फायदा पहुंचाने 3 करोड़ की लागत से बंड का निर्माण करवाया'.
'3 करोड़ की रिकवरी हो'
उन्होंने कहा कि, 'अब इस बंड की वजह से ही दलपत सागर का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है और अब जब वर्तमान महापौर ने खुद कह दिया है कि बंड की वजह से आसपास की बस्तियों में जलभराव की समस्या हो रही है, जिसके चलते बंड को अब तोड़ दिया गया'. मंच के लोगों ने कहा कि, 'निगम के महापौर बंड निर्माण करवाने वाले के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जनता के पैसों से बनाए गए लगभग 3 करोड़ रुपए की रिकवरी करवाएं'.
पढ़ें :आदिवासियों को दुश्मन समझकर गोली मारने का काम करती है बीजेपी : लखमा
गैरकानूनी काम हो रहे
संजीव शर्मा ने बताया कि, 'दलपत सागर में भू-माफियाओं के कब्जा का मामला एनजीटी में भी चल रहा है. एनजीटी के आदेश के मुताबिक यहां दलपत सागर से सटे इलाके में निर्माण कार्य नहीं हो सकता ऐसे में यहां जमीन को समतलीकरण करने के साथ ही कई आयोजन भी किए जा रहे हैं, जो कि गैरकानूनी है'.
आंदोलन करता रहेगा मंच
उन्होंने कहा कि, 'जिला प्रशासन को इसकी शिकायत की जाएगी और जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने की मांग की जाएगी और जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक भू माफियाओं पर कार्रवाई और बंड निर्माण में लगे 3 करोड रुपए के रिकवरी के लिए मंच आंदोलन करता रहेगा. वहीं इस मामले में निगम महापौर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.