बस्तर: टेलीफोनिक फ्रॉड के मामले में बस्तर पुलिस को एक सफलता (Jagdalpur Froud case) मिली है. आरोपी ने पीडब्ल्यूडी विभाग में सहायक ग्रेड 1 के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया था. आरोपी ने नौकरी के नाम पर लाखों रूपये लेकर फर्जी नियुक्ति आदेश देकर ठगी को अंजाम दिया था. सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाले आरोपी को बस्तर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. Jagdalpur crime news
नौकरी दिलाने के नाम पर की ठगी: नगरनार थाना प्रभारी बीआर नाग ने बताया कि "दंतेवाड़ा जिले में सब इंजीनियर बनकर बस्तर जिले के गरावंडखुर्द के ग्रामीण से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की गई है. पीड़ित रामदेव नाग के पुत्र को पीडब्ल्यूडी विभाग में सहायक ग्रेड 1 के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया. नौकरी के नाम पर 4 लाख 5 हजार की नगद राशि लेकर फर्जी नियुक्ति आदेश जारी कर ठगी किया गया था. जिस पर अपराध पंजीबद्ध करते हुए बस्तर साइबर व थाना प्रभारी नगरनार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया."
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पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी: नगरनार थाना प्रभारी बीआर नाग ने बताया कि "नगरनार पुलिस की विशेष टीम को संदेही की उपस्थिति सुकमा जिले में मिली. जिसके बाद टीम को सुकमा जिले में रवाना किया गया था. जहां टीम ने घेराबंदी करके आरोपी को धर दबोचा है. आरोपी ने बस्तर जिले के निवासी से नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख 5 हजार रुपए की ठगी करने का जुर्म स्वीकार किया. जिसके बाद बस्तर पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया गया.