जगदलपुर: बस्तर संभाग में पहली बार राष्ट्रीय शालेय स्पर्धा में तलवारबाजी का खेल आयोजित कराया गया. 4 दिनों तक चले इस खेल में खिलाड़ियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला. ओवरऑल मुकाबले में हरियाणा की टीम का सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा. हरियाणा के खिलाड़ियों ने सबसे ज्यादा पदक अपने नाम किये. बात करें छत्तीसगढ़ की तो प्रदेश के 2 खिलाड़ियों को कांस्य पदक मिला.चार दिनों तक चले इस प्रतियोगिता में खिलाड़ियों के साथ उनके परिजन भी मौजूद रहे.
राष्ट्रीय तलवारबाजी स्पर्धा का आयोजन: टूर्नामेंट डायरेक्टर अखिलेश दुबे ने बताया, जगदलपुर में 14 जनवरी से 17 जनवरी 2024 तक 67वीं राष्ट्रीय शालेय तलवारबाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. जिसमें पूरे भारतवर्ष से 376 बालक-बालिकाओं ने भाग लिया. इस आयोजन में अच्छा मुकाबला देखने को मिला. जो अनुभवी खिलाड़ी थे, उन्हें नए खिलाड़ियों ने कड़ा टक्कर दिया. इसमें महाराष्ट्र, तेलंगाना, हरियाणा, मणिपुर के खिलाड़ियों का अच्छा प्रदर्शन रहा. छत्तीसगढ़ की टीम ने भी 3 कांस्य पदक हासिल किये हैं. उनके प्रदर्शन को देखते हुए भविष्य में उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी भी गोल्ड मैडल हासिल सकते हैं. ओवरऑल 73 अंकों के साथ हरियाणा टीम चैंपियन बनी है.
खिलाड़ियों ने की बस्तर की तरीफ: इस दौरान बस्तर में खेलने पहुंचे खिलाड़ियों ने यहां सुविधाएं की तारीफ की. सिल्वर मेडलिस्ट जीजल जीवन पाटिल ने बताया, "उन्हें प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल मिला है. टीम में ब्रांज मेडल मिला है. पहली बार बस्तर में खेलने पहुंचे हुए हैं. यहां की सुविधाएं काफी अच्छी हैं."
मैंने टीम और इंडिविजुअल दोनों में गोल्ड मैडल हासिल किया है. बस्तर में आयोजित इस खेल का अच्छा अनुभव रहा. यहां की सुविधाएं काफी अच्छी थी और बस्तर के लोग काफी फ्रेंडली थे. - हिरण वर्मा, गोल्ड मेडलिस्ट
छत्तीसगढ़ ने हासिल किया 3 पदक: दरअसल, शिक्षा विभाग ने धरमपुरा के नवनिर्मित क्रीड़ा परिसर में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया. यहां देशभर के खिलाड़ियों के लिए रहने-खाने की व्यवस्था भी की गयी. प्रतियोगिता में कुल 18 राज्यों की टीमों ने भाग लिया. छत्तीसगढ़ से 24 खिलाड़ी इस स्पर्धा में भाग लिए थे, जिसमें 12 बालक और 12 बालिका शामिल हैं. बस्तर के लिए यह बिल्कुल नया खेल रहा. यही वजह है कि बस्तर से एक भी खिलाड़ी ने इस प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया. फिलहाल, छत्तीसगढ़ ने 3 पदक हासिल किया है. और फेंसिंग के खेल में छत्तीसगढ़ का भविष्य उज्ज्वल है.
क्या है फेंसिंग या तलवारबाजी ? : फेंसिंग या तलवारबाजी, ओलंपिक द्वारा मान्यता प्राप्त खेल है. इस खेल में तीन इवेंट होते हैं, जिसमें पहले एपे, दूसरा सेवर और तीसरा फाइल. एपे में सबसे भारी वेपन का उपयोग किया जाता है. इसमें विरोधी खिलाड़ी को फुल बॉडी एरिया पर टारगेट करना होता है. सेवर में हाफ जैकेट और हेड और फाइल में सर के नीचे के हिस्से अवैध लेकिन जैकेट एरिया को वैध माना जाता है, जिसमे खिलाड़ियों को अंक प्राप्त होता है.