जगदलपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन ने नक्सलियों की भी कमर तोड़ दी है. लॉकडाउन की वजह से बस्तर के नक्सलियों को आर्थिक तंगी से जूझने के साथ-साथ जान-माल का काफी नुकसान हुआ है. छत्तीसगढ़ पुलिस और सुरक्षाबलों ने इन तीन महीनों में नक्सलियों को बैकफुट पर रखा है. ऑपरेशन में सफलता मिली है.
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने ETV भारत को बताया कि कोरोना महामारी की वजह से सरकार पिछले 23 मार्च से किए गए लॉकडाउन में बस्तर पुलिस ने काफी हद तक नक्सलियों को बैकफुट पर ढकेलने को मजबूर कर दिया है. आईजी ने बताया कि 23 मार्च से लेकर 23 जून तक बस्तर पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन में बड़ी संख्या में नक्सलियों को गिरफ्तार करने के साथ 10 हार्डकोर नक्सलियों को जवानों ने मार गिराया है.
नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी
आईजी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान कई नक्सली सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर मुख्यधारा में भी लौटे हैं. साथ ही नक्सलियों का सामान भी पुलिस ने बरामद किया है. हालांकि इन तीन महीनों में पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन से 2 जवानों की शहादत भी हुई है. वहीं महामारी को देखते हुए पुलिस के जवान सावधानी बरतते हुए नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन भी जारी रखे हुए हैं.
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पुलिस विभाग के पास से मिले आंकड़ों के मुताबिक लॉकडाउन के इन 3 महीनों में बस्तर संभाग में अब तक पुलिस और नक्सलियों के बीच 17 मुठभेड़ हुई. एनकाउंटर में 10 नक्सलियों को जवानों ने मार गिराया वहीं 2 जवानों की शहादत हुई है.
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आईडी ने बताया कि 89 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. 26 नक्सलियों ने सरेंडर किया है, 5 जवान घायल हुए हैं. वहीं नक्सलियों द्वारा लगाई गई 20 आईईडी पुलिस ने बरामद किया है. वहीं 5 आईईडी ब्लास्ट हुआ है और नक्सलियों के 20 हथियार भी बरामद करने के में पुलिस ने सफलता हासिल की है. इसके अलावा इन तीनो महीनों में नक्सलियों द्वारा किये गए अलग अलग वारदातों में 6 सिविलयन मारे गए हैं.