पेंड्रा: काम में लापरवाही बरतने और निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखने वाले सब इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया. सस्पेंशन की कार्रवाई खुद पेंड्रा कलेक्टर प्रियंका महोबिया ने की. सब इंजीनियर स्वप्निल मिश्रा को कलेक्टर ने स्कूल और फिजिकल कॉलेज के रिनोवेशन का काम सौंपा था. स्कूल और कालेज की मरम्मत के लिए लाखों रुपए का आवंटन किया गया था. लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी घटिया निर्माण किया गया जिससे कलेक्टर नाराज थे.
क्यों हुए सब इंजीनियर सस्पेंड: सब इंजीनियर स्वप्निल मिश्रा को कलेक्टर ने स्कूल और कॉलेज के रिनोवेशन का काम सौंपा था. कलेक्टर ने कहा था कि स्कूल और कॉलेज का काम गुणवत्ता के साथ किया जाए. काम में कोई कोताही नहीं की जाए. कलेक्टर ने रिनोवेशन के काम के लिए पैसे का आवंटन भी करा दिया. आरोप है कि सब इंजीनियर ने मरम्मत के काम में क्वालिटी से जमकर समझौता किया. कलेक्टर ने जब निर्माण में अनिमियतता की शिकायत मिली तो काम की जांच कराई गई. जांच के दौरान पाया गया कि जितना पैसा दिया गया था उसमें बेहतर काम की जगह घटिया काम कराया गया.
पहले से दागी रहे हैं सब इंजीनियर: निलंबित रहने वाले सब इंजीनियर को निलंबन के दौरान नगर पालिका मुख्यालय पेंड्रा में सेवा देनी होगी. निलंबन के दौरान इंजीनियर को जीवन निर्वाह भत्ता भी दिया जाएगा. पहले भी सब इंजीनियर के खिलाफ कई शिकायतें मिल चुकी थी. लंबे वक्त से स्वप्निल मिश्रा पेंड्र में ही डटे थे. आरोप है कि सब इंजीनियर ने नया बस स्टैंड परिसर में जो दुकानें बनी उसमें अवैध तरीके से दुकानों का निर्माण भी कराया. बीजेपी ने नेताओं ने इस बात की पहले भी शिकायत की थी