गौरेला पेंड्रा मरवाही: राइस मिलरों की मनमनी के चलते गौरेला पेंड्रा मरवाही में 38901 टन चावल जमा नहीं हो पाया. 30 नवंबर को चावल जमा करने की तारीख भी अब समाप्त हो रही है. सभी राइस मिलर चावल जमा कर सकें इसके लिए जमा करने की तारीख को 30 नवंबर तक बढ़ाया गया था. मिलिंग का चावल एफसीआई और नाम में जमा किया जाना था. इससे पहले भी जांच के दौरान मिलरों के गोदाम से बड़ी मात्रा में धान का सरकारी स्टॉक मिला चुका है. कार्रवाई के नाम पर अबतक सिर्फ नोटिस भी मिलरों को मिला है.
अबतक जमा नहीं किया सरकारी चावल: साल 2023 और साल 2024 के लिए धान खरीदी शुरु हो गई है. खरीदे गए धान की मिलिंग के लिए राइस मिलर के साथ करारा होने भी शुरु हो चुके हैं. बावजूद इसके गौरेला पेंड्रा मरवाही में अबतक साल 2022 और साल 2023 का चावल ही सरकार को राइस मिलरों ने जमा नहीं किया है. एफसीआई और नाम के मुताबिक 9 राइस मिलर ऐसे हैं जिन्होने चावल अबतक जमा नहीं किया है. जिले के पांच राइस मिलर्स को फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में 37094 टन चावल जमा करना है.
राइस मिलरों पर होगी कार्रवाई: राइस मिलरों और सरकार के बीच हुए करार की तय तारीख में चावल जमा नहीं करने पर अनुबंध की समय सीमा बढ़ा दी थी, जो अब तीन दिनों के भीतर खत्म भी होने वाली है. सरकार का कहना है कि एक्सटेंशन देने के बावजूद जिन राइस मिलरों ने चावल जमा नहीं किया, उनका धान खरीदी वर्ष 2023 - 24 में नया अनुबंध नहीं किया जाएगा. 30 नवंबर तक धान की मिलिंग कर चावल जमा नहीं करने वाले राइस मिलों की शासन के पास जमा बैंक गारंटी भी फॉरफिट कर वसूली की कार्रवाई भी की जाएगी