ETV Bharat / state

Gaurela Pendra Marwahi : बारिश में अधूरा बना था मकान, साप्ताहिक बाजार के शेड में था परिवार, जर्जर छज्जा गिरने से बुझा घर का इकलौता चिराग

Gaurela Pendra Marwahi पेंड्रा के बाजार मोहल्ला में दर्दनाक हादसा हुआ. यहां साप्ताहिक बाजार शेड का छज्जा गिरने से उसकी चपेट में एक बच्चा आ गया. गंभीर रूप से घायल बच्चे ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

Gaurela Pendra Marwahi
जर्जर छज्जा गिरने से हुई बच्चे की मौत
author img

By

Published : Aug 3, 2023, 1:49 PM IST

Updated : Aug 3, 2023, 7:51 PM IST

जर्जर छज्जा गिरने से बुझा घर का इकलौता चिराग

गौरेला पेंड्रा मरवाही : पेंड्रा में गुरुवार सुबह बड़ा हादसा हो गया. यहां साप्ताहिक बाजार की शेड का छज्जा गिरने से छह साल के मासूम की मौत हो गई. ये बच्चा अपने परिवार के साथ अस्थाई तौर से शेड के नीचे रह रहा था. बच्चे के पिता मनोज चौधरी पेशे से मजदूर हैं. आर्थिक तंगी के कारण वो खुद का मकान नहीं बना पा रहे थे. इसी वजह से मनोज चौधरी ने परिवार के साथ साप्ताहिक शेड के नीचे सिर छिपाने की जगह बनाई थी. लेकिन उन्हें नहीं पता था कि ये शेड उनके जीवन की खुशियां छीन लेगा.

कैसे हुआ हादसा : बाजार मोहल्ला में साप्ताहिक बाजार का क्रांक्रीट शेड है, जिसके नीचे मनोज चौधरी अस्थायी तौर पर परिवार के साथ रहते हैं. भारी बारिश के कारण साप्ताहिक बाजार का शेड गुरुवार सुबह अचानक भरभराकर गिर गया. इसकी चपेट में मनोज चौधरी के छह साल का बेटा श्लोक आ गया. उसके सिर पर गंभीर चोट आई. घायल श्लोक को मोहल्ले के लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. यहां मौके पर डॉक्टर मौजूद नहीं थे. इसके बाद परिवार ने निजी गाड़ी से बच्चे को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने बच्चे की जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.

बच्चे के सिर पर गंभीर चोट लगी थी, जिसके कारण काफी ज्यादा खून बह चुका था. इसी वजह से उसकी मौत हो गई. -डॉ जिज्ञासा तिग्गा, जिला अस्पताल

chhattisgarh weather: 2 घंटे की झमाझम बारिश में इस तरह डूबी राजधानी
छत्तीसगढ़ में बारिश की वजह से सब्जियां महंगी
धमतरी में बारिश से बाढ़ जैसे हालात, प्रशासन ने संभाला मोर्चा

मकान बन जाता तो जिंदा होता श्लोक : पिता मनोज चौधरी का आरोप है कि उन्हें यदि समय पर पीएम आवास की किस्त मिल जाती तो आज ये हादसा ना होता. दरअसल परिवार ने प्रधानमंत्री आवास की पहली किस्त मिलने के बाद आवास बनाना शुरू किया, लेकिन बाकी की किस्त नहीं आई. इस दौरान परिवार ने पीएम आवास की अगली किस्त के लिए कई बार अफसरों के सामने चप्पलें घिसीं. लेकिन परिवार का पैसा नहीं आया. इसके बाद अधूरे आवास को छोड़कर परिवार शेड के नीचे रहने लगा. लेकिन परिवार को नहीं पता था कि जिस जगह वो अपना आशियाना बना रहे हैं वो उनके बेटे के लिए काल बन सकता है. फिलहाल परिवार के इकलौते चिराग के बुझने के कारण परिवार का बुरा हाल है. वहीं पुलिस ने सूचना पाकर जांच शुरू कर दी है.

जर्जर छज्जा गिरने से बुझा घर का इकलौता चिराग

गौरेला पेंड्रा मरवाही : पेंड्रा में गुरुवार सुबह बड़ा हादसा हो गया. यहां साप्ताहिक बाजार की शेड का छज्जा गिरने से छह साल के मासूम की मौत हो गई. ये बच्चा अपने परिवार के साथ अस्थाई तौर से शेड के नीचे रह रहा था. बच्चे के पिता मनोज चौधरी पेशे से मजदूर हैं. आर्थिक तंगी के कारण वो खुद का मकान नहीं बना पा रहे थे. इसी वजह से मनोज चौधरी ने परिवार के साथ साप्ताहिक शेड के नीचे सिर छिपाने की जगह बनाई थी. लेकिन उन्हें नहीं पता था कि ये शेड उनके जीवन की खुशियां छीन लेगा.

कैसे हुआ हादसा : बाजार मोहल्ला में साप्ताहिक बाजार का क्रांक्रीट शेड है, जिसके नीचे मनोज चौधरी अस्थायी तौर पर परिवार के साथ रहते हैं. भारी बारिश के कारण साप्ताहिक बाजार का शेड गुरुवार सुबह अचानक भरभराकर गिर गया. इसकी चपेट में मनोज चौधरी के छह साल का बेटा श्लोक आ गया. उसके सिर पर गंभीर चोट आई. घायल श्लोक को मोहल्ले के लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. यहां मौके पर डॉक्टर मौजूद नहीं थे. इसके बाद परिवार ने निजी गाड़ी से बच्चे को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने बच्चे की जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.

बच्चे के सिर पर गंभीर चोट लगी थी, जिसके कारण काफी ज्यादा खून बह चुका था. इसी वजह से उसकी मौत हो गई. -डॉ जिज्ञासा तिग्गा, जिला अस्पताल

chhattisgarh weather: 2 घंटे की झमाझम बारिश में इस तरह डूबी राजधानी
छत्तीसगढ़ में बारिश की वजह से सब्जियां महंगी
धमतरी में बारिश से बाढ़ जैसे हालात, प्रशासन ने संभाला मोर्चा

मकान बन जाता तो जिंदा होता श्लोक : पिता मनोज चौधरी का आरोप है कि उन्हें यदि समय पर पीएम आवास की किस्त मिल जाती तो आज ये हादसा ना होता. दरअसल परिवार ने प्रधानमंत्री आवास की पहली किस्त मिलने के बाद आवास बनाना शुरू किया, लेकिन बाकी की किस्त नहीं आई. इस दौरान परिवार ने पीएम आवास की अगली किस्त के लिए कई बार अफसरों के सामने चप्पलें घिसीं. लेकिन परिवार का पैसा नहीं आया. इसके बाद अधूरे आवास को छोड़कर परिवार शेड के नीचे रहने लगा. लेकिन परिवार को नहीं पता था कि जिस जगह वो अपना आशियाना बना रहे हैं वो उनके बेटे के लिए काल बन सकता है. फिलहाल परिवार के इकलौते चिराग के बुझने के कारण परिवार का बुरा हाल है. वहीं पुलिस ने सूचना पाकर जांच शुरू कर दी है.

Last Updated : Aug 3, 2023, 7:51 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.