गौरेला पेंड्रा मरवाही: मरवाही विधानसभा सीट इन दिनों अखाड़ा बना हुआ है. यहां कांग्रेस दो गुटों में बंटी हुई है. हर दिन यहां क्षेत्र में मौजूदा विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी केके ध्रुव का विरोध देखने को मिल रहा है. कांग्रेस नेता ही पार्टी के प्रत्याशी का विरोध कर उनका टिकट कैंसिल करने की मांग कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में ज्ञापन तक सौंपा है. वहीं, शनिवार को नामांकन दाखिल करने के पहले ही दिन केके ध्रुव ने नामांकन पर्चा लेकर नामांकन दिखिल भी कर दिया. अब रविवार को स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी को अपना इस्तीफा सौंप निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही है.
लगातार क्षेत्र में दिख रहा विरोध: दरअसल, पिछले कुछ दिनों से लगातार क्षेत्र में विधायक केके ध्रुव के खिलाफ विरोध देखने को मिल रहा है. कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ ही स्थानीय आदिवासी कांग्रेसी नेता भी बगावत पर उतर आए हैं.इनका कहना है कि "केके ध्रुव बाहरी हैं. हमें स्थानीय नेता चाहिए." वहीं, रविवार को कांग्रेस के दर्जनों आदिवासी नेताओं ने कोदवाही गांव में मीटिंग बुलाई. बैठक में कांग्रेस नेताओं ने सामूहिक इस्तीफा देने का निर्णय लिया. साथ ही उन्होंने अपने बीच से एक निर्दलीय प्रत्याशी उतारकर चुनाव लड़ाने का भी फैसला कर लिया है. सभी नेताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी पहुंचकर अपना विरोध जताते हुए प्रदेश अध्यक्ष के नाम अपना इस्तीफा सौंप दिया है.
कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी से दिया इस्तीफा: क्षेत्र के आदिवासी कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस पार्टी को चेतावनी दी है कि अगर के के ध्रुव का टिकट नहीं कैंसिल किया गया तो निर्दलीय प्रत्याशी उतारे जाएंगे. ऐसे में अगर पार्टी के नेता बागी हो गए तो इसका असर न सिर्फ क्षेत्र में कांग्रेस के वोट बैंक पर पड़ेगा. बल्कि बीजेपी को भी इसका लाभ मिल सकता है. वहीं, जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री ने इन सभी का इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेज कर पूरी घटनाक्रम से अवगत कराने की बात कही है.