गरियाबंद : कहते हैं कि नारी जब कुछ ठान ले, तो उसे कर दिखाती है. समय-समय पर समाज के बड़े-बड़े बदलाव की उदाहरण बनी हैं नारियां. जिले में गुलाबी लिबास में दिख रही इन महिलाओं ने इसे साबित भी किया है. सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ इन महिलाओं ने आवाज उठाई और तस्वीर बदल कर रख दी है.
इस गुलाबी गैंग की शुरुआत 6 महिलाओं ने उस वक्त की थी, जब गरियाबंद जिले के बुरजाबहाल गांव के युवा नशे की गिरफ्त में थे. यहां के युवा जुआ और सट्टा खेलते थे. गांव की शांति पूरी तरह भंग हो चुकी थी, यह वो दौर था जब मारपीट और थाना, कचहरी जाना यहां के लोगों के लिए आम बात थी. नशे में बरबाद होते इस गांव की कहानी में इन 6 महिलाओं से बने गुलाबी गैंग ने बदलाव कर दिखाया, वह शायद उन परिस्थितियों में कभी मुमकिन न था. 6 महिलाओं से शुरू हुए इस समूह से आज गांव की 300 महिलाएं जुड़ चुकी हैं.
- बुरजाबहाल के लोगों की दिनचर्या अब पूरी तरह बदल गयी है. जुआ-सट्टा खेलने वाले और दिनभर नशा करने वाले लोग अब मेहनती बन गए हैं.
- गुलाबी गैंग लगातार समाज सुधार के कार्य करता रहता है.
- गांव में अब शराब को पूरी तरह बैन कर दिया गया है.
- बुरजाबहाल की ये महिलाएं जागरूगता फैलाने के साथ अब अजीविका के नये रास्ते तलाशने में जुटी हैं, राज्य आजीविका मिशन इन महिलाओं को मर्गदर्शन दे रहा है.
- महिलाओं ने 24 समूह बनाकर अपना लक्ष्य निर्धारित करने के साथ ही गांव को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है.