गरियाबंद: चुनाव जीतकर कुर्सी हासिल करने के लिए जहां एक तरफ जोड़-तोड़ चल रही है, वहीं दूसरी तरफ गरियाबंद के तेतलखूंटी पंचायत ने आपसी सद्भाव और भाईचारा दिखाते हुए अपनी पंचायत सरकार का चुनाव किया है. यहां ग्रामीणों ने गांव के सरपंच और 16 पंचों को निर्विरोध चुन लिया है.
ये कोई पहला मौका नहीं है जब तेतलखूंटी के ग्रामीणों ने अपनी पंचायत सरकार को निर्विरोध चुना हो.
केशवराम सोरी पर दोबारा जताया भरोसा
इससे पहले भी 2015 में भी ग्रामीणों ने केशवराम सोरी को निर्विरोध चुना था और इस बार भी ग्रामीणों ने उनपर भरोसा जताया है.
![village government was chosen by mutual agreement](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-gbd-01-nirvirodh-avb-cg10013_08012020110755_0801f_1578461875_579.jpg)
'चुनाव से गांव का माहौल होता है खराब'
ग्रामीणों का मानना है कि 'चुनाव से गांव का माहौल खराब होता है और पैसे की भी बर्बादी होती है.' इधर ग्रामीणों के मनसूबों पर पानी फेरने के लिए इस बार वार्ड 10 के दो लोगों ने चुनाव लड़ने की कोशिश की थी लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें समझा लिया और तीसरे व्यक्ति को वार्ड 10 का पंच घोषित कर दिया.
सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर गांव में विजय जुलूस भी निकाला.