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गरियाबन्द : 100 धान खरीदी प्रबंधकों और ऑपरेटरों के तबादले से हड़कंप

धान खरीदी प्रबंधक और कंप्यूटर ऑपरेटरों के तबादले से हड़कंप मचा हुआ है. समिति के लोगों ने इसके विरोध में मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन देने की तैयारी पूरी कर ली है.

धान खरीदी प्रबंधकों और ऑपरेटरों का ट्रांसफर
धान खरीदी प्रबंधकों और ऑपरेटरों का ट्रांसफर
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Published : Dec 25, 2019, 8:56 PM IST

गरियाबंद : 100 से ज्यादा धान खरीदी प्रबंधक और कंप्यूटर ऑपरेटरों के तबादले से समितियों में हड़कंप मचा हुआ है. धान खरीदी शुरू होने के 20 दिन बाद अचानक किए गए यह तबादले न तो प्रबंधकों को रास आ रहे हैं, न समिति के अध्यक्षों को. अब इस तबादले के विरोध में समिति के प्रबंधक अध्यक्षों के साथ मिलकर न्यायालय जाने की तैयारी कर रहे हैं.

धान खरीदी प्रबंधकों और ऑपरेटरों का ट्रांसफर

इनका कहना है कि इनकी नियुक्ति और तनख्वाह समिति से आती है, जो धान खरीदी की कमीशन राशि से दी जाती है. इसलिए समिति के अध्यक्षों के अनुमति के बिना किसी और को तबादले का अधिकार नहीं है. ऐसे में इस तबादले को गलत बताया जा रहा है. समिति के लोगों ने इसके विरोध में रणनीति तैयार कर बैठक ली. जिसमें जिला पंचायत सदस्य पन्नालाल साहू, जिला समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर साहू भी उपस्थित रहे. इस बैठक के बाद निर्णय लेते हुए जिला समिति के अध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य ने कर्मचारियों का साथ देने की बात कही है.

transfer of Paddy Procurement Managers and Operators in gariyaband
प्रबंधकों और ऑपरेटरों का प्रर्दशन

धान खरीदी हो सकती है प्रभावित
इन कर्मचारियों का कहना है कि, 'इस तबादले से जिले के आधे धान खरीदी केंद्रों में लगभग सात-सात दिन धान खरीदी प्रभावित हो सकती है, क्योंकि पुराने खरीदे गए धान का मिलान और कई तरह के जरूरी कार्रवाई करने में समय लगेगा. साथ ही किसानों को भी परेशानी होगी. इन सबके बीच परेशान कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन देने की तैयारी पूरी कर ली है.

ट्रांसफर आदेश निकालने का आरोप
बता दें कि कर्मचारियों ने ज्ञापन में बैक डेट पर आचार संहिता लागू होने के बाद ट्रांसफर आदेश निकालने का भी आरोप लगाया है. साथ ही यह भी कहीं कि किसी जिले में यह आदेश कलेक्टर ने तो कहीं डीएमओ ने तो कहीं सहकारी समिति पंजीयक ने यह आदेश निकाला है. जिससे यह स्पष्ट ही नहीं है कि शासन इन्हें कौन से विभाग का कर्मचारी मान रहा है.

गरियाबंद : 100 से ज्यादा धान खरीदी प्रबंधक और कंप्यूटर ऑपरेटरों के तबादले से समितियों में हड़कंप मचा हुआ है. धान खरीदी शुरू होने के 20 दिन बाद अचानक किए गए यह तबादले न तो प्रबंधकों को रास आ रहे हैं, न समिति के अध्यक्षों को. अब इस तबादले के विरोध में समिति के प्रबंधक अध्यक्षों के साथ मिलकर न्यायालय जाने की तैयारी कर रहे हैं.

धान खरीदी प्रबंधकों और ऑपरेटरों का ट्रांसफर

इनका कहना है कि इनकी नियुक्ति और तनख्वाह समिति से आती है, जो धान खरीदी की कमीशन राशि से दी जाती है. इसलिए समिति के अध्यक्षों के अनुमति के बिना किसी और को तबादले का अधिकार नहीं है. ऐसे में इस तबादले को गलत बताया जा रहा है. समिति के लोगों ने इसके विरोध में रणनीति तैयार कर बैठक ली. जिसमें जिला पंचायत सदस्य पन्नालाल साहू, जिला समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर साहू भी उपस्थित रहे. इस बैठक के बाद निर्णय लेते हुए जिला समिति के अध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य ने कर्मचारियों का साथ देने की बात कही है.

transfer of Paddy Procurement Managers and Operators in gariyaband
प्रबंधकों और ऑपरेटरों का प्रर्दशन

धान खरीदी हो सकती है प्रभावित
इन कर्मचारियों का कहना है कि, 'इस तबादले से जिले के आधे धान खरीदी केंद्रों में लगभग सात-सात दिन धान खरीदी प्रभावित हो सकती है, क्योंकि पुराने खरीदे गए धान का मिलान और कई तरह के जरूरी कार्रवाई करने में समय लगेगा. साथ ही किसानों को भी परेशानी होगी. इन सबके बीच परेशान कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन देने की तैयारी पूरी कर ली है.

ट्रांसफर आदेश निकालने का आरोप
बता दें कि कर्मचारियों ने ज्ञापन में बैक डेट पर आचार संहिता लागू होने के बाद ट्रांसफर आदेश निकालने का भी आरोप लगाया है. साथ ही यह भी कहीं कि किसी जिले में यह आदेश कलेक्टर ने तो कहीं डीएमओ ने तो कहीं सहकारी समिति पंजीयक ने यह आदेश निकाला है. जिससे यह स्पष्ट ही नहीं है कि शासन इन्हें कौन से विभाग का कर्मचारी मान रहा है.

Intro:गरियाबंद में 100 धान खरीदी प्रबंधक एवं कंप्यूटर ऑपरेटरों के तबादले से समितियों में हड़कंप मचा हुआ है दरअसल धान खरीदी प्रारंभ होने के 20 दिन बाद अचानक किए गए यह तबादले ना तो प्रबंधकों ना समिति अध्यक्षों को रास आ रहे हैं अब इस तबादले के विरोध में समिति प्रबंधक अध्यक्षों के साथ मिलकर न्यायालय जाने की तैयारी कर रहे हैंBody:इनका कहना है कि इनकी नियुक्ति और तनख्वाह समिति से प्राप्त होती है जो धान खरीदी की कमीशन राशि से दी जाती है इसलिए समिति के अध्यक्षों के अनुमति के बिना किसी और को तबादले का अधिकार है ही नहीं ऐसे में ये लोग इस तबादले को गलत बता रहे हैं समिति के लोग आज गरियाबंद मे एकत्र हुए और इसके लिए क्या-क्या करना है इसकी रणनीति बनाई इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य पन्नालाल साहू तथा धान खरीदी समितियों के अध्यक्षों की जिला समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर साहू भी इस बैठक में उपस्थित रहे और इन कर्मचारियों का पूरा साथ देने की बात कही इन कर्मचारियों का कहना है कि इस तबादले से जिले के आधे धान खरीदी केंद्रों में लगभग सात-सात दिन धान खरीदी प्रभावित हो सकती है क्योंकि पुराने खरीदे गए धान का मिलान और कई तरह के जरूरी कार्यवाही करने में समय लगेगा ऐसे में किसानों को होने वाली परेशानी अलग है इन सबके बीच परेशान कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को देने एक ज्ञापन तैयार किया हैConclusion:ज्ञापन में बैक डेट पर आचार संहिता लागू होने के बाद ट्रांसफर आदेश निकालने का आरोप भी लगाया गया है वही यह भी बताया गया है कि किसी जिले में यह आदेश कलेक्टर ने निकाला है कहीं डीएमओ ने तो कहीं सहकारी समिति पंजीयक ने बड़ी संख्या में तबादले की है जिससे यह स्पष्ट ही नहीं है कि शासन इन्हें कौन से विभाग का कर्मचारी मान रही है
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