गरियाबंद: लाइलाज प्रोजेरिया बीमारी से ग्रसित शैलेंद्र ध्रुव का निधन हो गया. सांस लेने में तकलीफ के बाद शैलेंद्र को अस्पताल ले जाया गया जहां उसने अंतिम सांस ली. साल 2021 में शैलेंद्र ध्रुव गरियाबंद जिले का एक दिन का कलेक्टर बना था. सीएम भूपेश बघेल ने उसे रायपुर भी आमंत्रित किया था. गरियाबंद का कलेक्टर बनने के बाद शैलेंद्र को रायपुर ले जाया गया था. जहां सीएम हाउस में भूपेश बघेल ने उसके साथ बैठकर खाना भी खाया था. शैलेंद्र ध्रुव के निधन की खबर सुनकर सीएम भूपेश ने भी दुख जताया है. शैलेंद्र ने इसी साल प्रथम श्रेणी में 12वीं पास की थी. कॉलेज जाने के लिए प्रशासन से गाड़ी की मांग कर रहा था.
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RIP Shailendra. Om Shanti. https://t.co/g68oWhm41n
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1 दिन के कलेक्टर का निधन: सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर शैलेंद्र ध्रुव को श्रद्धांजलि दी. ट्वीट के साथ सीएम ने अक्टूबर 22 साल 2021 का एक वीडियो भी शेयर किया है. जिस दिन शैलेंद्र को रायपुर का एक दिन का कलेक्टर बनाया गया था. सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा-सुबह दुखद सूचना मिली. शैलेंद्र ध्रुव अब हमारे बीच नहीं रहे. गरियाबंद के छुरा के ग्राम मेडकी डबरी के रहने वाले शैलेंद्र प्रोजेरिया बीमारी से ग्रसित थे. हमने उसकी एक दिन का कलेक्टर बनने की इच्छा तो पूरी कर दी थी लेकिन ईश्वर की कुछ और इच्छा थी. भगवान उसका ख्याल रखें. घर वालों को हिम्मत मिले. ओम् शांति:
क्या है प्रोजेरिया बीमारी: प्रोजेरिया एक ऐसी दुर्लभ बीमारी है, जो 2 करोड़ में से किसी 1 बच्चे को प्रभावित करती है. इस बीमारी में 10 साल का कोई बच्चा अपनी उम्र से 100 साल बड़ा दिख सकता है. बच्चों की उम्र बढ़ाने वाली इस दुर्लभ बीमारी को 'बेंजामिन बटन या प्रोजेरिया बीमारी के नाम से जाना जाता है.