गरियाबंद: छत्तीसगढ़ के वन विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ शनिवार को गरियाबंद जिले के दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने स्थानीय केशोडार स्थित भूतेश्वरनाथ हर्बल औषधी केन्द्र में संचालित वनधन केन्द्र का निरीक्षण किया. उन्होंने यहां बनाए जा रहे विभिन्न औषधीय चूर्ण और तेलों का अवलोकन करते हुए इसे बड़े पैमाने पर निर्माण करने के निर्देश दिए. साथ ही बड़ा बाजार उपलब्ध कराने के लिए कार्य योजना बनाने को कहा. निरीक्षण के दौरान मनोज पिंगुआ के साथ अपर प्रधान मुख्य संरक्षक सुनील मिश्रा, मुख्य वन संरक्षक जीआर नायक और गरियाबंद वन मण्डलाधिकारी मयंक अग्रवाल उपस्थित रहे. इस दौरान अधिकारियों ने औषधी केन्द्र में स्थापित विभिन्न उपकरणों और मशीनों का भी अवलोकन किया.
वनमण्डलाधिकारी मयंक अग्रवाल ने बताया कि हर्बल औषधी केन्द्र में 10 महिला समूह औषधी निर्माण के काम में जुटे हुए हैं. महिला समूह द्वारा महावीर तेल, भृंगराज तेल और सर्वज्वर चूर्ण बनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आयुष विभाग की ओर से इन उत्पादों को मान्यता दी गई है. इसके अलावा 20 नए उत्पादों के लायसेंस के लिए आवेदन दिया गया है. अधिकारियों ने परिसर में औषधीय पौधों का भी अवलोकन किया है.
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निरीक्षण के दौरान मुख्य वन संरक्षक ने पिपली और अर्जुन जैसे पौधे लगाने के सुझाव दिए हैं. इसके बाद छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा विकास कार्यक्रम के अंतर्गत टोनही नाला में बनाए जा रहे संरचना का अवलोकन किया गया. DFO ने बताया कि स्ट्रक्चर बनने से नाले में पानी का ठहराव रहेगा, जिससे आसपास का जल स्तर बढ़ेगा. वहीं अधिकारियों ने स्ट्रक्चर को तकनीकी स्वीकृति के आधार पर बनाने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर, SDM निर्भय साहू, नायब तहसीलदार समीर शर्मा और वन विभाग के SDO मनोज चन्द्राकर मौजूद थे.
बलौदाबाजार कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने किया गौठान का निरीक्षण
बता दें, शनिवार को ही बलौदाबाजार कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने भी गोधन न्याय योजना की तैयारियों को लेकर पलारी जनपद पंचायत के अंतर्गत टीला गांव स्थित मॉडल गौठान का निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने गौठान की कमियों को सुधारने और आने वाले 2 दिनों के अंदर कुछ व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए हैं.