गरियाबंद: जिला मुख्यालय से 13 किलोमीटर दूर स्थित चिंगरा पगार झरना इन दिनों पूरे शबाब पर है. लगातार बारिश के कारण 100 फीट की ऊंचाई से गिरने वाले झरने को देखने और पिकनिक मनाने के लिए दूर-दूर से भारी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं. कुछ दिन पहले महासमुंद से 17 सैलानी यहां पिकनिक मनाने आए थे, जिनका स्थानीय निवासियों के साथ लड़ाई हो गई थी, जिसकी शिकायत स्थानी लोगों ने गरियाबंद के सिटी कोतवाली थाने में की थी. शिकायत के बाद गरियाबंद पुलिस ने महासमुंद से आए 17 सैलानियों के खिलाफ कार्रवाई की थी.
थाना प्रभारी विकास बघेल ने बताया कि वे खुद अपने स्टाफ के साथ शनिवार को चिंगरा पगार गए थे, जहां उन्होंने घूमने आए सैलानियों की जांच की. इस दौरान उनके पास से कुछ नशीला पदार्थ मिला, जिसे थाना प्रभारी की टीम ने उनके सामने ही नष्ट कर दिया. साथ ही उन्हें समझाइश भी दी गई.
गरियाबंद में है कई प्रसिद्ध पर्यटक स्थल
बता दें कि कई प्रसिद्ध पर्यटक स्थल की वजह से गरियाबंद का नाम छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थल में शुमार है. इन्हीं में से एक पर्यटन स्थल चिंगरा पगार भी है. जतमई और घटारानी के झरनों की तरह ही चिंगरा पगार झरना भी है, जिसे देखने दूर-दूर से लोग यहां पहुंचते है. बता दें कि जिले में चिंगरा पगार झरना के अलावा जतमई, घटारानी और देवधारा जलप्रपात भी स्थिति है. इन स्थलों में भी पुलिस स्टाफ पूरी तरह से मुस्तैद है. वहीं कोरोना को देखते हुए और किसी तरह की कोई अनहोनी न हो इसके लिए पुलिस लगातार लोगों पर निगरानी रख रही है.
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वहीं कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सैलानियों को समझाइश दी जा रही है. साथ ही जागरूक भी किया जा रहा है. बता दें कि छत्तीसगढ़ में कोरोना के आंकड़े तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5000 के पार पहुंच गई है, जिसको देखते हुए प्रशासन भी सैलानियों को समझाइश के तौर पर घर से नहीं निकलने की अपील कर रहा है. वहीं सैलानियों की वजह से आस-पास के गांव के लोगों में दहशत का माहौल है, क्योंकि जितने भी सैलानी आ रहे हैं वह बहुत दूर दूर से आ रहे हैं, जिसके कारण कोरोना महामारी फैलने का डर बना हुआ है. बता दें कि बीते दिनों ही जतमई और घटारानी में घूमने आए एक ही परिवार के 10 से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.