गरियाबंद: चिखली गांव में तेंदुए का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. शनिवार की रात तेंदुए ने कोमल यादव के कोठे पर बछड़े को मरकर वहीं बैठकर खाता रहा. घटना के बाद इसकी जानकारी वन विभाग को दे दी गई है. इसके बाद भी वन विभाग की ओर से तेंदुए को गांव से दूर रखने के कोई इंतजाम नहीं किए गए. लगातार ग्रामीण इलाकों में तेंदुए के दिखने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया है.
लोगों को डर है कि फिर से तेंदुआ गांव में घुसकर किसी मवेशी या व्यक्ति पर हमला ना करे. मरोदा ग्राम पंचायत के कोचाना में बच्चे को घर से ले जाकर मारने के बाद अब चिखली गांव में भी तेंदुए की दहशत बढ़ गई है.
तेंदुए के हमले से दहशत में ग्रामीण
इस घटना के बाद गांव के सरपंच पन्नालाल ध्रुव और उप सरपंच धनराज विश्वकर्मा ने ग्रामीणों को तेंदुए की दहशत से मुक्ति दिलाने वन विभाग को जल्द आवेदन देने की बात की है. दोनों ने तेंदुए को पकड़ने पिंजड़ा लगाए जाने की मांग करने की बात कही है. धनराज विश्वकर्मा का कहना है कि 'हमारे गांव के आसपास जंगल नहीं है, खेत और नदी है इसके बाद भी आबादी वाले इलाकों में हिंसक तेंदुआ पहुंच रहा है. तेंदुआ भविष्य में कोई बड़ी घटना को अंजाम दे उससे पहले उसे घने जंगल में छोड़ना जरूरी है.'