ETV Bharat / state

गरियाबंद : ढाई साल से अधूरा है तर्रीघाट पुल, जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं ग्रामीण

छुरा और राजिम तहसील मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़क पर बन रहा तर्रीघाट पुल का काम ढाई साल से अधूरा है. पुल न बनने से ग्रामीण जान हथेली पर रखकर नदी पार करने को मजबूर हैं.

जान जोखिम में डाल नदी पार कर रहे ग्रामीण
author img

By

Published : Sep 4, 2019, 1:30 PM IST

Updated : Sep 4, 2019, 3:39 PM IST

गरियाबंद: छुरा और राजिम तहसील को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क पर तर्रीघाट के पास ढाई साल एक पुल बन रहा है, जो आज तक अधूरा पड़ा है. पुल के पास अप्रोच रोड न होने से लोगों को जान जोखिम में डाल नदी पार आना-जाना करना पड़ रहा है.

जान जोखिम में डाल नदी पार कर रहे ग्रामीण

पुल नहीं बनने से जहां लोग छोटी गाड़ियों को नदी से पार करने को मजबूर हैं, वहीं दो किलोमीटर के लिए बड़े वाहनों को 20 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है.

जान हथेली पर रखकर करते हैं नदी पार

ग्रामीणों ने बताया कि पुल के पास कोई एप्रोच रोड नहीं है, यहीं कारण है कि लोगों को आने-जाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दुर्भाग्य की बात यह है कि लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर नदी पार कर रहे हैं. लोग मोटरसाइकिल को लकड़ी के सहारे पार करवाते हैं ताकि उन्हें कई किलोमीटर का अतिरिक्त सफर न करना पड़े. राहगीरों का कहना है कि 'अगली बरसात तक भी यह पुल बन पाएगा, ऐसी उम्मीद नजर नहीं आ रही है'.

पढ़ें : कॉलेज में नहीं है शिक्षक, घर पर रहकर पढ़ने को मजबूर हैं छात्र

अधिकारी बात करने को तैयार नहीं

अधिकारी पुल के संबंध में बात करने तैयार नहीं हैं. बीते ढाई साल से निर्माण कार्य जारी होने के बावजूद 60 फीसदी तक काम पूरा नहीं हो सका है.

गरियाबंद: छुरा और राजिम तहसील को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क पर तर्रीघाट के पास ढाई साल एक पुल बन रहा है, जो आज तक अधूरा पड़ा है. पुल के पास अप्रोच रोड न होने से लोगों को जान जोखिम में डाल नदी पार आना-जाना करना पड़ रहा है.

जान जोखिम में डाल नदी पार कर रहे ग्रामीण

पुल नहीं बनने से जहां लोग छोटी गाड़ियों को नदी से पार करने को मजबूर हैं, वहीं दो किलोमीटर के लिए बड़े वाहनों को 20 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है.

जान हथेली पर रखकर करते हैं नदी पार

ग्रामीणों ने बताया कि पुल के पास कोई एप्रोच रोड नहीं है, यहीं कारण है कि लोगों को आने-जाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दुर्भाग्य की बात यह है कि लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर नदी पार कर रहे हैं. लोग मोटरसाइकिल को लकड़ी के सहारे पार करवाते हैं ताकि उन्हें कई किलोमीटर का अतिरिक्त सफर न करना पड़े. राहगीरों का कहना है कि 'अगली बरसात तक भी यह पुल बन पाएगा, ऐसी उम्मीद नजर नहीं आ रही है'.

पढ़ें : कॉलेज में नहीं है शिक्षक, घर पर रहकर पढ़ने को मजबूर हैं छात्र

अधिकारी बात करने को तैयार नहीं

अधिकारी पुल के संबंध में बात करने तैयार नहीं हैं. बीते ढाई साल से निर्माण कार्य जारी होने के बावजूद 60 फीसदी तक काम पूरा नहीं हो सका है.

Intro:स्लग---अधूरा पुल
गरियाबंद जिले की दो तहसील मुख्यालयों को जोड़ने वाली सड़क पर पड़ने वाला तर्रीघाट पुल ढाई साल से अधूरा पड़ा है, पुल नही बनने से ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, Body:छुरा और राजिम तहसील मुख्यालय को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर पड़ने के कारण यहाँ वाहनों की आवाजाही हमेशा बनी रहती है, मगर पुल नही बनने के कारण इस मार्ग से गुजरना राहगीरों के लिए दुर्भर हो गया है, बड़े वाहनों को तो २० किमी का चक्कर काटना पड़ रहा है, और दोपहिया वाहन चालक कई बार जान जोखिम में डालकर नदी के बीचोबीच से अपने वाहन निकालने पर मजबूर है, पुल का निर्माण जल्द से जल्द होना बहुत जरूरी है, काम कब तक पूरा होगा अधिकारी इस मामले में कुछ बोलने को भी तैयार नही है, पुल निर्माण में लेटलतीफी होने से ग्रामीणों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है।

Conclusion:इस पुल के बगल में कोई एप्रोच रोड नजर नहीं आ रहा है यही कारण है कि लोगों को आने जाने में खासी परेशानी उठानी पड़ रही वहीं दुर्भाग्य जनक बात यह भी है कि हल्की सी बारिश में पुल के नीचे से पानी बहने पर भी लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं वही थोड़ा अधिक पानी होने पर मोटरसाइकिल ओं को चार लोगों द्वारा उठाकर पार करवाया जाता है ताकि कई किलोमीटर का अतिरिक्त सफर ना करना पड़े बीते ढाई साल से निर्माण जारी होने के बावजूद निर्माण अभी 60% के करीब ही पहुंचा है ऐसे में अगली बरसात तक भी यह पुल बन पाएगा ग्रामीणों को ऐसी उम्मीद नजर नहीं आ रही है इन सबके बीच दुर्भाग्य जनक बात यह है की 6 माह पहले प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना ब्रिज डिपार्टमेंट का कार्यालय यहां खोला गया है किंतु जहां बड़े अधिकारी उपलब्ध नहीं है वही बाकी अधिकारी इस पुल के संबंध में बात करने को कोई तैयार नहीं है

बाईट 1----राहगीर..........
बाईट 2---राहगीर...........
बाईट 3---राहगीर.......
Last Updated : Sep 4, 2019, 3:39 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.