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गरियाबंद: मनरेगा में बड़ा फर्जीवाड़ा, JCB से काम कराने का आरोप

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Published : Nov 17, 2020, 1:17 PM IST

Updated : Nov 17, 2020, 2:32 PM IST

गरियाबंद में रोजगार सहायक मनरेगा में बड़ा फर्जीवाड़ा कर रहे है. यहां मस्टररोल में ग्रामीणों के नाम दर्ज कर राशि आहरित की जा रही है.

forgery in mnrega in gariaband
मनरेगा में फर्जीवाड़ा

गरियाबंद: जिले में मनरेगा के कार्यों और इसकी मॉनिटरिंग का क्या हाल है, ये ग्राम फरसरा में साफ पता चल रहा है. यहां खुद मजदूरों ने शिकायत की है कि उन्होंने डबरी निर्माण में काम नहीं किया है जबकि उनके नाम से मजदूरी निकाली जा रही है. मजदूरों का आरोप है कि रोजगार सहायक ने उनके खाते में आई राशि उनसे निकलवाई और राशि हड़प कर ले गया.

ETV भारत से मजूदरों ने बताया कि उन्होंने मनरेगा के तहत सिर्फ 1 हफ्ते काम किया है, जबकि मस्टररोल में उनके नाम 2 से 3 हफ्ते की मजदूरी लिखी गई है.

मनरेगा में बड़ा फर्जीवाड़ा

मनरेगा में भारी फर्जीवाड़ा

forgery in mnrega in gariaband
JCB से काम कराने का आरोप
मैनपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत फरसरा में रविराम की निजी जमीन में डबरी निर्माण में भारी अनियमितताएं देखी गयी है. यहां रोजगार सहायक ने फर्जी मस्टररोल तैयार कर मजदूरों के खाते में आई राशि मजदूरों द्वारा ही निकलवायी और पूरी राशि हड़प ली. इतना ही नहीं मस्टररोल में मजदूरों के दो हफ्ते काम करने की भी गलत जानकारी भर दी. ग्रामीणों ने मनरेगा में जेसीबी से भी काम करवाने का आरोप रोजगार सहायक पर लगाया है.

पढ़ें: कोरबा: बढ़ते प्रदूषण का मछलियों पर बुरा असर, 10 प्रजातियों पर अस्तित्व का संकट

रोजगार सहायक पर आरोप

फरसरा के ग्रामीणों का आरोप है कि 1 से 6 जून तक बिना काम किए मस्टररोल तैयार कर राशि आहरित की गई है, जबकि मजदूरों ने इस बीच कोई काम किया ही नहीं. गाँव के जगन्नाथ और कुमारी का नाम मस्टररोल में बिना काम किए दर्ज कर दिया गया है.

ETV भारत ने जब इनसे बात की तो उनका साफ कहना है रोजगार सहायक ने उनसे संपर्क कर उनका अंगूठा लगाया और राशि आहरित कर ली. रविराम सहित डबरी में काम करने वाले 18 मजदूरों ने सीईओ मैनपुर को लिखित शिकायत की है. इस मामले में CEO नरसिंह ध्रुव का कहना है कि इसकी जांच करने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

गरियाबंद: जिले में मनरेगा के कार्यों और इसकी मॉनिटरिंग का क्या हाल है, ये ग्राम फरसरा में साफ पता चल रहा है. यहां खुद मजदूरों ने शिकायत की है कि उन्होंने डबरी निर्माण में काम नहीं किया है जबकि उनके नाम से मजदूरी निकाली जा रही है. मजदूरों का आरोप है कि रोजगार सहायक ने उनके खाते में आई राशि उनसे निकलवाई और राशि हड़प कर ले गया.

ETV भारत से मजूदरों ने बताया कि उन्होंने मनरेगा के तहत सिर्फ 1 हफ्ते काम किया है, जबकि मस्टररोल में उनके नाम 2 से 3 हफ्ते की मजदूरी लिखी गई है.

मनरेगा में बड़ा फर्जीवाड़ा

मनरेगा में भारी फर्जीवाड़ा

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JCB से काम कराने का आरोप
मैनपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत फरसरा में रविराम की निजी जमीन में डबरी निर्माण में भारी अनियमितताएं देखी गयी है. यहां रोजगार सहायक ने फर्जी मस्टररोल तैयार कर मजदूरों के खाते में आई राशि मजदूरों द्वारा ही निकलवायी और पूरी राशि हड़प ली. इतना ही नहीं मस्टररोल में मजदूरों के दो हफ्ते काम करने की भी गलत जानकारी भर दी. ग्रामीणों ने मनरेगा में जेसीबी से भी काम करवाने का आरोप रोजगार सहायक पर लगाया है.

पढ़ें: कोरबा: बढ़ते प्रदूषण का मछलियों पर बुरा असर, 10 प्रजातियों पर अस्तित्व का संकट

रोजगार सहायक पर आरोप

फरसरा के ग्रामीणों का आरोप है कि 1 से 6 जून तक बिना काम किए मस्टररोल तैयार कर राशि आहरित की गई है, जबकि मजदूरों ने इस बीच कोई काम किया ही नहीं. गाँव के जगन्नाथ और कुमारी का नाम मस्टररोल में बिना काम किए दर्ज कर दिया गया है.

ETV भारत ने जब इनसे बात की तो उनका साफ कहना है रोजगार सहायक ने उनसे संपर्क कर उनका अंगूठा लगाया और राशि आहरित कर ली. रविराम सहित डबरी में काम करने वाले 18 मजदूरों ने सीईओ मैनपुर को लिखित शिकायत की है. इस मामले में CEO नरसिंह ध्रुव का कहना है कि इसकी जांच करने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Nov 17, 2020, 2:32 PM IST
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