गरियाबंद: 80 किसान परिवार के धान का भुगतान नहीं होने से किसान परेशान हैं. पीड़ित किसान इस मामले में पहले ही आंदोलन करने वाले थे. लेकिन आचार संहिता का हवाला देकर एसडीएम ने अनुमति नहीं दी जिसके बाद अब 11 जनवरी को किसान मंडी के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे.
भुगतान नहीं होने से किसान परेशान कृषि उपज मंडी समिति राजिम में किसानों के बेचे गए उपज का पिछले छह महीने से भुगतान नहीं होने से नाराज किसानों ने 28 दिसंबर से राजिम मंडी बंद कर परिवार सहित अनिश्चित कालीन धरना करने का निर्णय लिया था. इसके लिए अनुविभागीय अधिकारी राजिम, तहसीलदार राजिम, मंडी सचिव राजिम और थाना प्रभारी राजिम को 23 दिसंबर को सूचना देकर अनुमति मांगी थी. इसके बाद भी अनुविभागीय अधिकारी ने चुनाव आचार संहिता का हवाला देते हुए अनिश्चितकालीन धरना की अनुमति नहीं दी. जिसकी जानकारी किसानों को 28 दिसंबर को मिली. शाम को किसानों ने बैठकर आगामी 31 दिसंबर को बैठक करने का निर्णय लिया है और नगरीय निकाय क्षेत्र से आचार संहिता हटने के बाद की तारीख निश्चित कर आंदोलन को गति देने की बात कही है
पढ़ें- प्रशासन की खुली पोल, बारिश में भीग रहे हैं धान
किसान नेता तेजराम विद्रोही का कहना है कि 'मंडी और जिला प्रशासन को मौका है कि किसानों को मंडी प्रशासन की मद से या मिलर की बैंक गारंटी में से भुगतान कराया जाए'. इस दौरान अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के उपाध्यक्ष मदन लाल साहू, राज्य सचिव तेजराम विद्रोही, सदस्य एवन कुमार के साथ पीड़ित किसान उपस्थित थे.